Last Updated: Monday, January 9, 2012, 15:19
मुजफ्फरनगर : विवादास्पद लेखक सलमान रुश्दी की भारत यात्रा का विरोध करते हुए दारुल उलूम देवबंद ने सोमवार को कहा कि सरकार को उनका वीजा रद्द कर देना चाहिए क्योंकि पहले वह मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुंचा चुके हैं।
अपने उपन्यास ‘द सेनेटिक वर्सेज’ के कारण मुसलमानों की नाराजगी का शिकार बने 65 वर्षीय रुश्दी इस माह के अंत में जयपुर लेक्चर फेस्टिवल में शामिल होने वाले हैं।
दारुल उलूम के उपाध्यक्ष मौलाना अबुल कासिम नूमानी ने एक बयान जारी कर कहा, भारत सरकार को उनका वीजा रद्द कर देना चाहिए क्योंकि बीते समय में उन्होंने मुस्लिमों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई थी। उन्होंने कहा कि सरकार को रुश्दी के खिलाफ मुस्लिमों की भावनाओं का ध्यान रखना चाहिए।
मुस्लिम जगत के कड़े विरोध को देखते हुए रुश्दी के ‘द सेटेनिक वर्सेज’ को भारत में प्रतिबंधित कर दिया गया था। इसके खिलाफ ईरान के प्रमुख नेता आयतुल्ला रुहोल्ला खोमेनी ने 14 फरवरी 1989 को एक फतवा भी जारी किया था। इससे पहले रुश्दी ने 2007 में जयपुर का दौरा किया था। (एजेंसी)
First Published: Monday, January 9, 2012, 22:49