Last Updated: Tuesday, July 24, 2012, 17:34

नई दिल्ली : राकांपा ने कांग्रेस को चेतावनी दी है कि यदि संप्रग गठबंधन के लिए समन्वय समिति और सहयोगियों के साथ उचित व्यवहार जैसी इसकी मांगों का कल तक समाधान नहीं निकलता है तो वह सरकार से अलग हो जाएगी।
शरद पवार के नेतृत्व वाली पार्टी ने यह भी संकेत दिया है कि अगर वह केंद्र सरकार से अलग होती है तो इसका असर महाराष्ट्र में गठबंधन पर भी पड़ेगा क्योंकि राज्य के नेता कांग्रेस नीत मंत्रिमंडल से अलग होने के पक्ष में हैं । राकांपा महाराष्ट्र में कांग्रेस सरकार के साथ पिछले 13 साल से गठबंधन में है।
नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर राकांपा के एक नेता ने कहा कि संप्रग में गैर कांग्रेस घटक राकांपा द्वारा उठाई गई मांगों के समर्थन में रहे हैं और पार्टी संप्रग गठबंधन का समर्थन कर रहे दलों के भी संपर्क में है। उन्होंने कहा कि हम एक जिम्मेदार पार्टी हैं और मंत्रिमंडल की दो लगातार बैठकों में अनुपस्थित रहना पवार जैसे नेता के कद के अनुरूप नहीं होगा। उन्होंने आगे कहा कि पवार अपने इस्तीफे पर रहस्य खत्म करना पसंद करेंगे।
नेता ने गुरुवार को होने वाली मंत्रिमंडल की बैठक से पहले कहा कि इसलिए हमारी समयसीमा कल खत्म हो रही है। पवार और उनके पार्टी सहयोगी प्रफुल्ल पटेल पिछले हफ्ते मंत्रिमंडल की बैठक में शामिल नहीं हुए थे और उन्होंने सरकार से अलग होने की इच्छा व्यक्त की थी। पटेल ने इस कयासबाजी को नकार दिया था कि राकांपा सरकार की वरीयता सूची में पवार को दूसरा स्थान दिलाने के लिए कांग्रेस पर दबाव बना रही है।
नेता ने दावा किया कि राकांपा द्वारा उठाए गए मुद्दे बेहतर समन्वय के लिए हैं और संप्रग के अन्य घटक दल इसके समर्थक हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, July 24, 2012, 17:34