Last Updated: Friday, September 14, 2012, 22:24

नई दिल्ली: अन्ना हजारे ने अपने भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम की दिशा राजनीति की ओर मुड़ने से असहमति होने का संकेत देते हुए शुक्रवार को कहा कि राजनीति से बदलाव नहीं आएगा और जनता काफी हद तक मानती है कि पार्टी बनाने की या चुनाव लड़ने की जरूरत नहीं है।
हजारे ने अपने उन समर्थकों से यह बात कही जिन्होंने उनके गांव रालेगण सिद्धी में जाकर उन्हें अपनी गत रविवार को हुई बैठक के बारे में जानकारी दी जिसमें तय हुआ था कि हजारे से एक नये आंदोलन के लिए नेतृत्व करने का अनुरोध किया जाएगा।
हजारे के करीबी सहयोगी सुरेश पठारे ने कहा कि राजनीतिक दल बनाने के विरोधी शिवेंद्र सिंह चौहान के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने हजारे से मिलकर अपनी बात रखी। हजारे ने अपनी यही बात दोहराई कि राजनीतिक दल बनाने या चुनाव लड़ने में वह शामिल नहीं होंगे।
पूर्ववर्ती टीम अन्ना के सदस्य रहे और बाद में मतभेदों के चलते अलग हो गये चौहान और उनके साथी कार्यकर्ताओं ने सोशल नेटवर्किंग साइटों पर एक वीडियो डाला है जिसमें हजारे को यह कहते सुना जा सकता है कि संसद में अच्छे और ईमानदार लोगों को भेजने की और इसके लिए मतदान प्रतिशत 90 प्रतिशत तक बढ़ाने की जरूरत है। (एजेंसी)
उन्होंने वीडियो में कहा कि हम इसे कैसे हासिल करेंगे। हम पार्टी या समूहों में शामिल नहीं हैं। यह आंदोलन आंदोलन ही रहेगा। आंदोलन के सदस्य यथावत रहेंगे। आंदोलन से जो बदलाव आएगा वो राजनीति से नहीं आएगा। मैं इस नतीजे पर पहुंचा हूं। (एजेंसी)
First Published: Friday, September 14, 2012, 22:24