Last Updated: Saturday, April 27, 2013, 21:52

त्रिचूर : जनता पार्टी अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी ने शनिवरा को कहा कि 2जी मामले में पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा को जेपीसी के सामने अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया जाना, इसके अध्यक्ष पी सी चाको द्वारा ‘नैसर्गिक न्याय के सिद्वांत’ का उल्लंघन है।
स्वामी ने कहा कि 2जी मुद्दे पर लोक लेखा समिति को ही और मजबूत करने के लिए दबाव बनाने के बजाय जेपीसी के गठन की सरकार की पेशकश पर सहमत होकर विपक्ष ने एक ‘रणनीतिक भूल’ की।
जनता पार्टी अध्यक्ष ने कहा,‘जेपीसी की मसौदा रिपोर्ट में चाको का यह निष्कर्ष कि 2जी स्पेक्ट्रम के लाइसेंस जारी किए जाने में हुए भ्रष्टाचार के लिए अकेले राजा ही जिम्मेदार हैं, नैसर्गिक न्याय के सिद्वांत का उल्लंघन है।’
स्वामी ने कहा कि जेपीसी के अध्यक्ष के तौर पर चाको को राजा के इस अनुरोध पर विचार करना चाहिए था कि उन्हें समिति के समक्ष गवाही का मौका दिया जाए।
उन्होंने कहा कि 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन में कथित अनियमितता की जांच के लिए जेपीसी के गठन पर जोर देकर विपक्षी दलों ने भी रणनीतिक भूल की। विपक्षी दलों को सामूहिक तौर पर लोक लेखा समिति को मजबूत बनाने के लिए दबाव बनाना चाहिए था क्योंकि यह एक संवैधानिक संस्था है जबकि जेपीसी कथित रूप से सत्ताधारी दल के हितों की रक्षा के लिए बनायी जाती है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, April 27, 2013, 21:52