Last Updated: Wednesday, December 12, 2012, 15:50

नई दिल्ली : राज्यसभा में पिछले कुछ दिनों से कामकाज के बाधित होने पर बसपा प्रमुख मायावती ने आज जोरदार आपत्ति जताई और इस मुद्दे पर उनकी पार्टी के सदस्यों के हंगामे के कारण सदन की बैठक दो बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।
सुबह बैठक शुरू होने पर सदन ने सभापति हामिद अंसारी के नेतृत्व में प्रख्यात सितार वादक भारत रत्न रविशंकर को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद सदन में प्रश्नकाल सामान्य रूप से चल रहा था। करीब 11.30 बजे मायावती पार्टी के अन्य सदस्यों के साथ सदन में आयीं। अपने स्थान पर आते ही मायावती ने अप्रत्याशित तरीके से सभापति हामिद अंसारी से कहा कि सदन की कार्यवाही आए दिन प्रश्नकाल के बाद स्थगित हो जाती है। उन्होंने अंसारी से कहा, 12 बजे आप चले जाते हैं।
मायावती ने कहा कि आए दिन 12 बजे के बाद सदन नहीं चल पाता है। सदन सुचारू रूप से चले, इसकी व्यवस्था कौन करेगा? उन्होंने अंसारी से कहा कि सदन में कामकाज सामान्य तरीके से चले, यह जिम्मेदारी आपकी है। अंसारी ने उनसे शांत होने की अपील करते हुए कहा कि सदन सभी दलों के सहयोग से ही सुचारू रूप से चल सकता है और वह अभी प्रश्नकाल चलने दें। लेकिन नाराज मायावती ने उनकी अपील अनसुनी कर दी और आसन के समीप आ गयीं। मायावती के साथ उनकी पार्टी के अन्य सदस्य भी आसन के समीप आ गए। अंसारी ने मायावती के आसन के समीप आने पर कहा कि वह वरिष्ठ नेता हैं और सदन को चलने दें। लेकिन बसपा सदस्यों का हंगामा जारी रहा और सभापति ने सदन की बैठक करीब साढ़े 11 बजे दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
उल्लेखनीय है कि सरकारी नौकरियों में अनुसूचित जाति और जनजाति के कर्मचारियों को पदोन्नति में आरक्षण संबंधी विधेयक के विरोध में सपा सदस्यों के हंगामे के कारण पिछले कुछ दिनों में कई बार राज्यसभा की कार्यवाही बाधित हुयी है। बसपा इस विधेयक की समर्थक है।
बसपा सदस्यों के हंगामे के कारण बाद में भी सदन की कार्यवाही नहीं चल पायी और बैठक को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया। (एजेसी)
First Published: Wednesday, December 12, 2012, 15:06