Last Updated: Thursday, April 26, 2012, 18:45
मुंबई/नई दिल्ली/औरंगाबाद : ऐसा लगता है जैसे महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (मनसे) के मुद्दे पर टीम अन्ना बंट गई है, क्योंकि एक ओर अन्ना हजारे राज ठाकरे के काम के लिए उनकी प्रशंसा कर रहे हैं तो दूसरी ओर उनकी टीम के प्रमुख सदस्य प्रशांत भूषण राज ठाकरे की राजनीति से इत्तेफाक नहीं रखते हैं।
मुंबई में राज ठाकरे से मुलाकात करने के बाद अन्ना हजारे ने फरवरी में मनसे की ओर से निकाय चुनावों में उम्मीदवारी के लिए परीक्षा कराने पर राज ठाकरे की तारीफ की। गांधीवादी कार्यकर्ता ने कहा कि राज का काम उन्हें ‘आकर्षित’ करता है। महाराष्ट्र में मजबूत लोकपाल के मुद्दे पर मनसे का समर्थन हासिल करने के लिए दादर में राज ठाकरे से मुलाकात के बाद अन्ना हजारे ने संवाददाताओं से कहा, ‘राज ने महाराष्ट्र में मजबूत लोकायुक्त का समर्थन करने की इच्छा व्यक्त की है।’ लेकिन दूसरी ओर प्रशांत भूषण का कहना है कि वह राज ठाकरे की राजनीति से इत्तेफाक नहीं रखते हैं।
अन्ना हजारे द्वारा राज ठाकरे की तारीफ करने के बारे में सवाल करने पर प्रशांत भूषण ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम राज ठाकरे के तरीकों का समर्थन नहीं करते हैं (जैसे वह उत्तर भारतीयों का विरोध करते हैं)।’’ हालांकि टीम अन्ना के एक अन्य सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्हें हजारे द्वारा कही गई ऐसी किसी बात के बारे में जानकारी नहीं है इसलिए वह कोई प्रतिक्रिया नहीं दे सकते हैं।
अन्ना हजारे और प्रशांत भूषण के इन बयानों के बाद शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे के पुत्र और उद्धव ठाकरे का बयान आया है कि सेना प्रमुख हजारे से मुलाकात नहीं करेंगे। सेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने ने आज शाम कहा कि जब तक अन्ना हजारे के साथ भ्रष्ट लोग जुड़े हुए हैं तब बाल ठाकरे अन्ना हजारे से मुलाकात नहीं करेंगे।
(एजेंसी)
First Published: Friday, April 27, 2012, 12:44