Last Updated: Friday, July 26, 2013, 15:17
ज़ी मीडिया ब्यूरो नई दिल्ली : कांग्रेस सांसद और प्रवक्ता राज बब्बर ने 12 रुपये में पूरा भोजन मिलने संबंधी अपने बयान पर शुक्रवार को खेद जताया है। उनके इस बयान के बाद चौतरफा आलोचनाओं का दौर शुरू हो गया और राजनीतिक हलकों में इस तरह के बयान को लेकर कांग्रेस पार्टी को घेरा जाने लगा। जिसके बाद राज बब्बर पर दबाव बढ़ा और उन्हें आज खेद जताने के लिए मजबूर होना पड़ा। उधर, कांग्रेस पार्टी ने इस विवाद से उबरने का प्रयास करते हुए कहा कि गरीबी के मुद्दे को महत्वहीन नहीं बनाया जाना चाहिए।
गौर हो कि राज बब्बर ने गुरुवार को कहा था कि आज भी मुंबई में पूरा भोजन 12 रुपये में करना संभव है जिसे भाजपा ने हास्यास्पद करार दिया। बब्बर ने एआईसीसी ब्रीफिंग में सवालों के जवाब में यह बात समझाने की कोशिश करते हुए कही कि कीमतों में इजाफे के बावजूद गरीबी घटी है। कांग्रेस प्रवक्ता से गरीबी निर्धारण करने के लिए व्यय सीमा के निम्न कटआफ के बारे में भी पूछा गया था और यह भी पूछा गया था कि कैसे कोई गरीब 28 रुपये या 32 रुपये के प्रति दिन खर्च पर दो वक्त पूरा भोजन ग्रहण करने में सक्षम हो सकते हैं।
बब्बर ने कहा कि लोगों को दिन में दो वक्त पूरा भोजन मिलना चाहिए। वे कैसे हासिल कर सकते हैं। यह एक बहुत अच्छा सवाल है, जिसे आपने पूछा है। आज भी मुंबई शहर में मैं 12 रुपये में एक पूरा भोजन पा सकता हूं। नहीं नहीं, बड़ा पाव नहीं। ढेर सारा चावल, दाल, सांभर और कुछ सब्जियां भी मिली हैं। बब्बर ने इसके साथ ही कहा कि वह यह नहीं कह रहे हैं कि यह अच्छा है।
इस टिप्पणी का मजाक उड़ाते हुए भाजपा के एक नेता ने कहा कि कांग्रेस प्रवक्ता की यह बात हंसने लायक है। सब्जियों खास कर टमाटर की बढ़ती कीमतों के बारे में एक सवाल पर बब्बर ने कहा था कि अगर आप टमाटर से गरीबी का आकलन करेंगे तो यह मुश्किल होगा। शहरों में आप टमाटर नहीं खाएं, लेकिन गांवों में गरीब लोग टमाटर तोड़ते हैं और खाते हैं। मुझे बताएं कि क्या वह अमीर हैं या गरीब। बहरहाल, उन्होंने स्पष्ट किया कि वह गरीबी की परिभाषा नहीं दे रहे हैं।
वहीं, कांग्रेस के नेता रशीद मसूद ने भी कह डाला कि आप दिल्ली में पांच रुपये में खाना खा सकते हैं। मुंबई के बारे में मुझे पता नहीं है। दिल्ली में जामा मस्जिद के निकट आपको पांच रुपये में भोजन मिल सकता है।
First Published: Friday, July 26, 2013, 14:21