राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मुद्दों का थोड़ा अध्ययन करें मोदी : दिग्विजय

राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मुद्दों का थोड़ा अध्ययन करें मोदी : दिग्विजय

राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मुद्दों का थोड़ा अध्ययन करें मोदी : दिग्विजय इंदौर : भारत-पाकिस्तान के सर क्रीक विवाद को लेकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर नरेंद्र मोदी के आरोपों को कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने आज न केवल वास्तविकता से दूर बताया, बल्कि यह कटाक्ष भी किया कि गुजरात के मुख्यमंत्री को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मसलों पर थोड़ा अध्ययन करना चाहिये।

प्रतिष्ठित बोडिर्ंग स्कूल ‘डेली कॉलेज’ के एक कार्यक्रम के दौरान दिग्विजय ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘अव्वल तो माननीय मोदीजी को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मसलों पर थोड़ा अध्ययन करना चाहिये। उन्होंने (सर क्रीक मसले को लेकर) जिन बिंदुओं को उठाया है, उनका वास्तविकता से कोई संबंध ही नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘ऐसा लगता है कि मोदी को सर क्रीक मसले में गलत जानकारी दी गयी है। वैसे भी इस बारे में प्रधानमंत्री की ओर से स्पष्टीकरण दिया जा चुका है।’ मोदी ने ‘आम आदमी’ की हैसियत से प्रधानमंत्री को लिखे हालिया पत्र में आरोप लगाया कि गुजरात से लगे विवादित सर क्रीक क्षेत्र को पाकिस्तान के हवाले करने की तैयारी चल रही है। प्रधानमंत्री कार्यालय इस आरोप को सिरे से खारिज कर चुका है।

भारतीय जनता पार्टी के मजबूत गढ़ माने जाने वाले गुजरात के जारी विधानसभा चुनावों के नतीजों पर कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘मैं अभी यह तो नहीं बता सकता कि इन चुनावों में किस पार्टी को कितनी सीटें मिलेंगी। लेकिन इस बार गुजरात में भाजपा के पक्ष में मतदान का प्रतिशत कम होगा, जबकि कांग्रेस के पक्ष में मतदान प्रतिशत बढ़ेगा।’

दिग्विजय ने कांग्रेस नीत केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी सीधे नकदी अंतरण योजना पर विपक्ष के विरोध को बेमानी बताते हुए खारिज किया। उन्होंने कहा, ‘जब.जब कांग्रेस ने देश में तकनीकी को लागू किया है, तब.तब भाजपा और अन्य विपक्षी दलों ने इसका विरोध किया है। फिर चाहे वह कम्प्यूटरीकरण का संदर्भ हो या सूचना प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल का मामला हो।’ कांग्रेस महासचिव ने विपक्ष के इस आरोप से भी इंकार किया कि सीधे नकदी अंतरण योजना वर्ष 2014 के आम चुनावों के मद्देनजर केंद्र सरकार की अगुवा पार्टी को फायदा पहुंचाने के लिये पेश की गयी है।

उन्होंने कहा, ‘यह योजना चुनावों को देखते हुए नहीं लायी गयी है, बल्कि यह योजना देश के हित में है। इससे सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों की रकम सीधे उनके खाते में पहुंचेगी। इस तरह की योजना मैक्सिको, ब्राजील और अन्य देशों में सफल हो चुकी है। (एजेंसी)

First Published: Saturday, December 15, 2012, 18:53

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