राष्ट्रपति चुनाव: 19 जुलाई को वोटिंग, 22 को नतीजे

राष्ट्र्पति चुनाव: मतदान 19 जुलाई को, सरगर्मी बढ़ी

राष्ट्र्पति चुनाव: मतदान 19 जुलाई को, सरगर्मी बढ़ीज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी

नई दिल्ली : देश का अगला राष्ट्रपति कौन होगा, इसके लिए 19 जुलाई को मतदान होगा। निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को राष्ट्रपति चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया। 22 जुलाई को यह तस्वीर साफ हो जाएगी कि रायसीना हिल्स में राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटील का स्थान कौन लेगा। चुनाव की तारीखों की घोषणा होने के साथ ही सत्ताधारी संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) और प्रतिपक्षी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में सरगर्मी बढ़ गई है।

प्रतिभा पाटील का कार्यकाल आगामी 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त वी. एस. सम्पत ने मंगलवार को संवाददाताओं से बातचीत में राष्ट्रपति चुनाव की तारीखों का ऐलान किया।

संपत ने कहा कि पाटील का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है। उनका कार्यकाल खत्म होने से पहले निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी करना जरूरी है ताकि खाली हो रहे इस पद को भरा जा सके। चुनाव से जुड़ी तिथियों की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव की अधिसूचना 16 जून को जारी की जाएगी और नामांकन की अंतिम तारीख 30 जून होगी।

उनके मुताबिक दो जुलाई को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी और चार जुलाई नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख होगी।

उन्होंने कहा कि मतदान 19 जुलाई को होगा और मतगणना 22 जुलाई को की जाएगी। संपत ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने केंद्र सरकार से बातचीत करने के बाद राज्यसभा के महासचिव वीके अग्निहोत्री को चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी नियुक्त करने का फैसला किया है।

उधर, इस सर्वोच्च संवैधानिक पद के लिए प्रत्याशी का नाम न तो सत्तारूढ़ गठबंधन की ओर से और न ही प्रतिपक्ष की ओर से तय हो पाया है। चुनाव की तारीखों की घोषणा होने के साथ ही सत्ताधारी संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) और प्रतिपक्षी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में सरगर्मी बढ़ गई है।

संप्रग प्रत्याशी के रूप में केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी का नाम जोर-शोर से लिया जा रहा है। हालांकि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी संप्रग के संभावित प्रत्याशी प्रणव मुखर्जी की राह का रोड़ा दिख रही हैं।

राजनीतिक सरगर्मी बढ़ने के बीच कांग्रेस ने सिर्फ इतना ही कहा है कि प्रत्याशी को लेकर गठबंधन में कोई मतभेद नहीं है। पार्टी के प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि हम लगातार दोहराते रहे हैं कि संप्रग एकजुट और एकमत है।

माना जा रहा है कि बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और ममता बनर्जी की मुलाकात के बाद संप्रग प्रत्याशी पर आम राय का मसला हल हो जाएगा। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव भी इस मुलाकात में मौजूद रहेंगे।

संप्रग के एक और महत्वपूर्ण घटक राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने मुखर्जी को समर्थने देने का संकेत दिया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता डी. पी. त्रिपाठी ने कहा कि भारत का राष्ट्रपति सभी को स्वीकार्य होना चाहिए। देश के वरिष्ठ नागरिक को पूरे देश की बधाई मिलनी चाहिए। इस बयान से साफ हो जाता है कि पार्टी पूर्व लोकसभा अध्यक्ष पीए सांगमा के नाम का समर्थन नहीं करने जा रही है।

इस बीच राजग के प्रमुख घटक अकाली दल (एसएडी) ने कहा है कि वह अपने गठबंधन के साथ है। एसएडी के नेता और पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में उनकी पार्टी भाजपा के साथ रहेगी।
(एजेंसी)

First Published: Wednesday, June 13, 2012, 00:17

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