Last Updated: Monday, July 15, 2013, 19:31

नई दिल्ली : कांग्रेस ने सोमवार को यह संकेत दिया कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। कांग्रेस ने यह संकेत दिग्जिवय सिंह सहित पार्टी नेताओं के विरोधाभासी बयानों की पृष्ठभूमि में दिया है।
पार्टी महासचिव अजय माकन ने संवाददाताओं से कहा, ‘ इसका अभी तक फैसला नहीं किया गया है। जब इसका फैसला हो जाएगा, आपको जानकारी हो जाएगी।’ अगले लोकसभा चुनाव के पहले राहुल को प्रधानमंत्री उम्मीदवार घोषित किए जाने के संबंध में पार्टी की आधिकारिक स्थिति के बारे में उनसे पूछा गया था।
उधर, सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने इस संबंध में अलग राय व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी की ‘त्रिमूर्ति’ 2014 में पार्टी का नेतृत्व करेगी।
तिवारी ने कहा, ‘मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री हैं, सोनिया गांधी संप्रग की अध्यक्ष हैं। हमारे पास राहुल गांधी के रूप में युवा नेता हैं जिनसे युवा अपना जुड़ाव महसूस करते हैं। यह त्रिमूर्ति 2014 में कांग्रेस का नेतृत्व करेगी।’तिवारी ने कहा, ‘कुछ ऐसे खास लोग हैं जो एजेंडा को आगे बढ़ाने में दिलचस्पी रखते हैं और कांग्रेस पार्टी के कामकाज के तरीके की मूलभूत बातों को नहीं समझते।’
राहुल गांधी को उम्मीवार बनाए जाने के मुद्दे पर कांग्रेस के दो महासचिवों दिग्विजय सिंह और जर्नादन द्विवेदी के परस्पर विरोधाभासी बयानों के बारे में पूछे गए सवालों का माकन और तिवारी जवाब दे रहे थे। सिंह ने संकेत दिया था कि चुनावों के पहले राहुल को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना नहीं है। लेकिन द्विवेदी ने शनिवार को इस संबंध में दिग्विजय सिंह की टिप्पणी को उनकी ‘निजी राय’ बताया था।
पार्टी महासचिव सिंह ने एक साक्षात्कार में कहा था, ‘हमारे यहां राष्ट्रपति शासन प्रणाली नहीं है। कांग्रेस पार्टी चुनावों के पहले प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवार नहीं घोषित करती। कर्नाटक विधानसभा चुनावों में भी हमने मुख्यमंत्री पद का उम्मीवाद नहीं घोषित किया था।’
सिंह से सवाल किया गया था कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने में कांग्रेस पार्टी को संकेाच क्यों है, क्यों उन्हें उम्मीदवार के तौर पेश नहीं किया जाना चाहिए और पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री का उम्मीदवार कौन है।
द्विवेदी ने बाद में कहा था, ‘लोगों की निजी राय हो सकती है लेकिन ऐसे मुद्दों पर अंतिम फैसला पार्टी को ही करना है।’
द्विवेदी ने कहा, ‘पार्टी ने जयपुर में जब राहुल गांधी को उपाध्यक्ष नियुक्त किए जाने की घोषणा की थी कि तब कहा था कि चुनाव प्रचार अभियान और नेतृत्व का फैसला बाद में किया जाएगा कोई समयसीमा की घोषणा नहीं की गयी थी।’
उनसे सवाल किया गया था कि क्या अगले आम चुनाव में राहुल गांधी के प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनने की संभावना खारिज कर दी गयी है। पार्टी नेता निजी तौर पर यह कहते रहे हैं कि इन तथ्यों पर राहुल गांधी प्रधानमंत्री पद के लिए स्वाभाविक उम्मीदवार हैं कि बतौर उपाध्यक्ष वह संगठन में सोनिया गांधी के बाद नंबर दो हैं और सोनिया ने करीब 10 साल पहले प्रधानमंत्री का पद ठुकरा दिया था। (एजेंसी)
First Published: Monday, July 15, 2013, 19:31