Last Updated: Tuesday, October 18, 2011, 05:11
जी न्यूज ब्यूरोरालेगण सिद्धी/नई दिल्ली : एक नाटकीय घटनाक्रम के बाद राहुल गांधी से मिलने आई रालेगण सिद्धी की टीम बैरंग लौट गई। राहुल गांधी से मुलाकात का समय नहीं मिलने के बाद अन्ना हजारे के गांव के सरंपच और उनके साथियों ने मंगलवार को गांव लौटने का फैसला करते हुए कहा कि यदि उन्हें अब मुलाकात का समय मिल भी गया तो गांव इस बात का फैसला करेगा कि कांग्रेस नेता से मिलना है या नहीं।
इस बीच इन लोगों के साथ बातचीत करने वाले और कथित रूप से बैठक तय करने वाले कांग्रेस सांसद पीटी थॉमस ने इस ‘संवादहीनता’ के लिए माफी मांगी है जिसकी वजह से भ्रम उत्पन्न हुआ। अन्ना के निकट सहयोगी सुरेश पथारे ने संवाददाताओं से कहा, ‘हम यहां तब आए थे जब हमें यह बताया गया कि हमारी राहुल गांधी के साथ 18 अक्टूबर को सुबह नौ बजे मुलाकात है। हम सांसद के शब्दों पर विश्वास करते हुए यहां आ गए। अब सांसद कह रहे हैं कि यह एक संवादहीनता है। हम वापस गांव जा रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हमने सांसद के सुझाव के आधार पर अपने पत्र में राहुल गांधी से मुलाकात के लिए लिखा था। थॉमस के कार्यालय से हमारा कई बार संपर्क हुआ। यहां तक कि राहुल गांधी के कार्यालय ने भी सरपंच को कई बार फोन किया था।’
घटनाक्रम के अनुसार, मंगलवार को रालेगण सिद्धी से आए अन्ना के निजी सहायक सुरेश पथारे, रालेगण सिद्धी के सरपंच जयसिंघराव मपारी और यादव बाबा विद्यालय के प्राचार्य रामदास उगाले की राहुल गांधी से मुलाकात होनी थी। इस कथित मुलाकात के लिए सक्रिय बताए जा रहे केरल से सांसद पीटी थॉमस ने भी इससे संबंधित खबरों को पहले तो बेबुनियाद करार दिया था, लेकिन मंगलवार सुबह थॉमस जब अन्ना के गांव से आए लोगों से मिले तो गलतफहमी और जानकारी ठीक से न पहुंचाने के लिए उनसे माफी मांगी।
इसके बाद अन्ना के निजी सचिव ने फैसला किया कि अहम की वजह से राहुल गांधी से मुलाकात नहीं हो पाई, लिहाजा अब जब राहुल गांधी का बुलावा आएगा तभी हम मिलने आएंगे। इसी बीच रालेगण सिद्धी गांव के सरपंच जयसिंघराव मपारी ने अन्ना से बात की और अन्ना ने मपारी समेत तीनों प्रतिनिधियों को तत्काल वापस आने को कहा।
इससे पहले थॉमस ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा था कि गांव के सरपंच और उपसरपंच ने उनसे इस बारे में आग्रह किया था, लेकिन राहुल के साथ बैठक अभी तक निर्धारित नहीं हुई है। मालूम हो कि थॉमस ने सितंबर में रालेगण सिद्धी का दौरा किया था। उन्होंने कहा, ‘जब मैं सितंबर 2011 में रालेगण सिद्धी गया, सरपंच और उप सरपंच ने राहुल गांधी से मिलने की इच्छा व्यक्त की थी। इसके अनुसार उन्होंने मुझे 10 सितंबर को एक पत्र लिखा और राहुल गांधी से मिलने का अनुरोध किया। कोई बैठक अभी नहीं तय की गई है। इस संबंध में मीडिया की खबरें पूरी तरह से गलत और निराधार हैं।’
दूसरी तरफ, गांव के पद्मावती मंदिर के निकट एक वट वृक्ष के नीचे मौन व्रत पर बैठे समाजसेवी अन्ना हजारे ने एक सवाल के जवाब में लिखा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनका आंदोलन भविष्य में भी जारी रहेगा। अन्ना लोगों से नोट पैड पर लिखकर संवाद कर रहे हैं। अन्ना का मौन व्रत का मंगलवार को तीसरा दिन है। इस बीच, खबर है कि अन्ना हजारे ने कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी को रालेगण सिद्धि आने का न्यौता दिया है। अन्ना ने राहुल को अपने गांव में ग्रामीण विकास का नमूना दिखाने के लिए बुलाया है।
First Published: Tuesday, October 18, 2011, 22:49