Last Updated: Tuesday, April 2, 2013, 21:56
नई दिल्ली : सेना ने रक्षा मंत्रालय से इन आरोपों की जांच करने को कहा है कि एक ब्रिगेडियर ने अगस्ता वेस्टलैंड कंपनी से 25 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी थी। इस मुद्दे पर 197 हल्के हेलीकॉप्टरों की खरीद प्रक्रिया को रोकना पड़ा।
ब्रिगेडियर के खिलाफ आरोप 12 वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों के सौदे में जांच के दौरान सामने आए जिसमें भारत से सौदा करने के लिए कथित तौर पर रिश्वतखोरी के आरोप हैं। रक्षा मंत्रालय के एक सूत्र ने यहां कहा कि सेना मुख्यालय ने हमसे कहा है कि सौदे के भविष्य पर कोई फैसला लेने से पहले मामले की जांच की जाए जिसमें केवल दो कंपनियां यूरोपियन यूरोकॉप्टर और रशियन कामोव दौड़ में बची हैं क्योंकि अगस्ता वेस्टलैंड पहले ही बाहर हो गई है। उन्होंने कहा कि हालांकि मंत्रालय ने अभी तक इस मुद्दे पर कोई फैसला नहीं किया है।
आरोपों के चलते सेना और वायुसेना के लिए 197 हेलीकॉप्टरों के सौदे को अंतिम रूप देने में देरी हुई है। चीता और चेतक हेलीकॉप्टरों के बेड़े को बदलने के लिए इन हेलीकॉप्टरों को सेना में शामिल किया जाना है। प्रस्ताव पिछले कुछ समय से प्रक्रियागत है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 2, 2013, 21:56