Last Updated: Thursday, December 29, 2011, 12:13
नई दिल्ली : शीतकालीन सत्र संपन्न होने के साथ ही लोकसभा की बैठक गुरुवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। पूरे सत्र में गृह मंत्री पी चिदंबरम के इस्तीफे की मांग, खुदरा एफडीआई, तेलंगाना सहित विभिन्न मसलों पर जबर्दस्त हंगामा हुआ और सदन की बैठक बाधित हुई।
इस सत्र में निचले सदन ने लोकपाल एवं लोकायुक्त विधेयक सहित कई विधेयक पारित किए लेकिन लोकपाल को संवैधानिक दर्जा देने वाला संविधान संशोधन विधेयक गिरने से सरकार की फजीहत हुई।
खुदरा एफडीआई, महंगाई पर कार्य स्थगन प्रस्ताव सहित विभिन्न मुद्दों पर हंगामे के कारण सदन की बैठक लगभग दो सप्ताह बाधित रही। इसी वजह से कोई गैर सरकारी कामकाज नहीं हो सका। राजग ने 2-जी स्पेक्ट्रम मुद्दे पर चिदंबरम का बहिष्कार किया। मुल्लापेरियार बांध और पृथक तेलंगाना राज्य के गठन को लेकर भी काफी हंगामा हुआ।
लोकपाल विधेयक सहित कुछ महत्वपूर्ण विधेयकों पर विचार कर उन्हें पारित करने के उद्देश्य से शीतकालीन सत्र की बैठक तीन दिन के लिए 27 दिसंबर से 29 दिसंबर तक बढाई गई। अध्यक्ष मीरा कुमार ने कहा कि इस सत्र में सदन की कार्यवाही में बाधा के कारण 76 घंटे 21 मिनट कोई कामकाज नहीं हो सका। उन्होंने बताया कि इस सत्र में 27 विधेयक पेश हुए जबकि 18 विधेयक पारित हुए, जिनमें एनडीएमसी संशोधन विधेयक, दामोदर घाटी निगम संशोधन विधेयक, जीवन बीमा निगम संशोधन विधेयक, केबल टीवी। (एजेंसी)
First Published: Thursday, December 29, 2011, 17:43