Last Updated: Friday, November 16, 2012, 13:34
कानपुर : उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी की सरकार के कामकाज के प्रति अपनी नाखुशी जाहिर करते हुये दिल्ली जामा मस्जिद के इमाम अहमद बुखारी ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में मुसलमान पार्टी का नाम देखकर नहीं बल्कि उसका काम देखकर वोट दें।
इमाम बुखारी कानपुर में एक शादी समारोह में हिस्सा लेने आये थे। कल शाम उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मुसलमानों के लिये बहुमत की बजाय अल्पमत की सरकारे बनना फायदेमंद है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार में मुस्लिमों पर कम जुल्म नहीं हुये हैं। जबसे यह सरकार आयी है तब से प्रदेश में करीब नौ दंगे हो चुके हैं लेकिन सरकार ने कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की है। कहा जा रहा है कि दंगे एक साजिश के तहत कराये जा रहे हैं लेकिन साजिशों को नाकाम करना और उने पीछे छिपे हुये चेहरों को पहचानना भी सरकार का ही काम है।
उन्होंने दावा किया कि मुस्लिमों ने समाजवादी पार्टी को वोट देकर सत्ता तक पहुंचाया लेकिन अपने बल पर बहुमत सरकार बनाने के बाद वह मुसलमानों को भूल गयी। सरकार ने वायदा किया था कि पहले जो बेगुनाह मुसलमान फंसाये गये थे, उनके मुकदमे वापस ले लिये जाएंगे लेकिन ऐसा करने के बजाये सत्ता में बैठे व सत्ताधारी दल से जुड़े लोगों के मुकदमे ही वापस हो रहे हैं।
बुखारी ने कहा कि संप्रादायिकता भ्रष्टाचार से ज्यादा घातक है क्योंकि इससे मुल्क टूटता है। भ्रष्टाचार केवल नारों से नहीं खत्म होगा क्योंकि यह हमारे देश के प्रणली में घुस चुका है। उन्होंने मुस्लिमों से आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी नहीं बल्कि काम देखकर वोट देने की अपील की। (एजेंसी)
First Published: Friday, November 16, 2012, 13:34