Last Updated: Thursday, November 24, 2011, 02:57
नई दिल्ली : शीतकालीन सत्र में सामान्य स्थिति के आसार गुरुवार को भी नहीं बने और महंगाई का मुद्दा लगातार तीसरे दिन संसद में छाया रहा। विपक्ष ने कृषि मंत्री शरद पवार को थप्पड मारे जाने की घटना को जनता का सरकार के खिलाफ गुस्सा करार दिया।
पृथक तेलंगाना राज्य के गठन की मांग ने आग में घी का काम किया और लोकसभा तथा राज्यसभा में तेलंगाना क्षेत्र के सांसदों ने जमकर हंगामा किया। इस मुद्दे पर हंगामा करने वाले अधिकांश सांसद कांग्रेस के थे।
काले धन पर मुख्य विपक्षी दल के कार्यस्थगन प्रस्ताव पर सहमति देकर सरकार ने विपक्ष को साधने की कोशिश की है लेकिन दोनों ही सदनों में हंगामा कर रहे सदस्यों पर उसकी एक न चली और आज बैठक शुरू होने के साथ ही हंगामा जारी रहा, जिसकी परिणति दोपहर दो बजे दोनों सदनों की बैठक दिन भर के लिए स्थगित किये जाने के साथ हुई। इससे पहले राज्यसभा की बैठक तीन बार और लोकसभा की बैठक दो बार स्थगित करनी पडी थी।
गुस्साये विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के सामने आ गये और वाकआउट कर गये। दोपहर में उच्च सदन में भाजपा के उप नेता एस एस अहलूवालिया ने पवार को थप्पड मारने की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि यह महंगाई के मुद्दे पर आम आदमी का गुस्सा दर्शाता है।
उन्होंने शोरगुल के बीच कहा कि जनता में महंगाई से नाराजगी है और अभी अभी सूचना मिली है कि महंगाई से गुस्साये एक आदमी ने पवार को थप्पड मार दिया।
दोनों ही सदनों की बैठक आज शुरू होने पर वाम, भाजपा, बसपा, राजद और बीजद के सदस्यों ने महंगाई के मुद्दे पर नारेबाजी और हंगामा शुरू कर दिया।
वाम दलों के सदस्य लोकसभा में इस मुद्दे पर अपना कार्यस्थगन प्रस्ताव मंजूर किये जाने का दबाव बनाते देखे गये जबकि राज्यसभा में वाम सदस्य नियम-168 के तहत इस पर चर्चा कराने की मांग कर रहे थे।
सदन से बाहर वाम दलों ने सरकार और मुख्य विपक्षी दल भाजपा के बीच साठगांठ का आरोप लगाया। माकपा नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि तीन सत्रों से सरकार और भाजपा की मिलीभगत चल रही है।
लोकसभा में सुबह कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष मीरा कुमार ने भूटान के संसदीय प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया और ओडिशा में पिछले महीने आयी विनाशकारी बाढ़ के कारण हुए जानमाल के नुकसान का उल्लेख किया। इस पर सदस्यों ने कुछ पलों का मौन रखकर प्राकृतिक आपदा के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी।
इसके बाद अध्यक्ष ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू करने का निर्देश दिया टीआरएस के अध्यक्ष टी चंद्रशेखर राव और विजया शांति आसन के समीप आकर पृथक तेलंगाना राज्य के गठन की मांग करते हुए नारेबाजी करने लगे। इसके बाद तेलंगाना क्षेत्र के कांग्रेस सदस्यों को भी अपने हाथों में तख्तियां लेकर नारेबाजी करने देखा गया।
इस बीच, वाममोर्चा, राजद, सपा के सदस्य भी महंगाई का मुद्दा उठाते हुए इस विषय पर चर्चा की मांग करने लगे।
बीजद सांसद ओड़िशा को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग कर रहे थे। बीजद के कुछ सदस्य हाथों में तख्तियां लिये हुए थे जिस पर लिखा था राज्य के साथ सौतेला व्यवहार बंद करो।’’ राज्यसभा में भी महंगाई का मुद्दा छाया रहा और आज दूसरे दिन भी प्रश्नकाल नहीं चल सका।
बैठक शुरू होते ही बसपा के सतीशचंद्र मिश्र ने महंगाई मुद्दे पर नियम 168 के तहत चर्चा कराने की मांग की। उन्होंने कांग्रेस नीत कंेद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि महंगाई से देश की जनता कराह रही है।
सभापति ने उत्तेजित सदस्यों से शांत होने की अपील की। लेकिन उनकी अपील का कोई असर नहीं हुआ। बसपा के साथ साथ भाजपा, वाम दल, बीजद, जदयू, अन्नाद्रमुक आदि के सदस्य भी महंगाई पर चर्चा पर जोर दे रहे थे।
(एजेंसी)
First Published: Friday, November 25, 2011, 08:38