वड्रा-DLF सौदों की और जानकारी आज देंगे अरविंद

वड्रा-DLF सौदों की और जानकारी आज देंगे अरविंद

वड्रा-DLF सौदों की और जानकारी आज देंगे अरविंदनई दिल्ली : वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने अरविंद केजरीवाल की ओर से लगाये गए आरोपों के मद्देनजर राबर्ट वड्रा और डीएलएफ के बीच व्यापारिक सौदों की जांच की मांग खारिज कर दी। वहीं केजरीवाल लगाये गए इस आरोप पर कायम हैं कि वड्रा को रिएलिटी कंपनी की ओर से कृपादृष्टि प्राप्त हुई। वड्रा और उनकी कंपनियों तथा डीएलएफ के बीच हुए व्यापारिक सौदों की जांच की मांग करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता केजरीवाल ने यह भी संकेत दिया कि वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद पर की गई कृपादृष्टि के आरोपों पर आज और जानकारी मुहैया कराएंगे। कांग्रेस ने वड्रा का बचाव करते हुए कहा कि उनके उपर हमला ‘व्यक्ति पर नहीं’ बल्कि पार्टी और ‘उसके नेतृत्व’ पर है। कांग्रेस ने उनकी डीएलएफ के साथ सौदे की जांच की मांग भी खारिज की।

वड्रा-डीएलएफ सौदे को लेकर एक ओर जहां गरमागरमी जारी है वहीं चिदंबरम ने कहा कि सरकार निजी सौदों की जांच तब तक नहीं करा सकती जब तक भ्रष्टाचार के कोई विशिष्ट आरोप नहीं हों। वित्त मंत्री ने कहा, जब तक किसी के बदले में कुछ लेने देने अथवा भ्रष्टाचार के विशिष्ट आरोप सामने नहीं आते, मुझे नहीं लगता कि तब तक निजी सौदों की जांच केवल इस आधार पर की जा सकती कि इसका इशारा किया गया है अथवा ऐसा आरोप लगाया गया है।

सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल ने सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वड्रा और रीयल एस्टेट क्षेत्र की डीएलएफ के बीच हुये सौदे की जांच कराने की मांग की है। केजरीवाल का आरोप है कि डीएलएफ ने वड्रा को 65 करोड़ रुपये का बिना किसी गारंटी के ब्याजमुक्त कर्ज दिया। इसके अलावा डीएलएफ ने अपनी 300 करोड़ रुपये की संपत्ति काफी सस्ते दाम पर वड्रा को बेची। चिदंबरम ने कहा, इस मामले पर वह सरकार की तरफ से जवाब नहीं दे सकते क्योंकि यहां यह मामला नहीं है। मेरा मानना है कि जिन्होंने आरोप लगाया उन्होंने अपनी बात कह दी है, संबंधित कंपनी और व्यक्ति ने भी अपनी बात रख दी है। केजरीवाल ने ट्विटर पर लिखा, डीएलएफ ने राबर्ट वड्रा पर कृपादृष्टि की। हरियाणा सरकार ने डीएलएफ पर क्या कृपादृष्टि की? डीएलएफ का जवाब कैसे झूठ का पुलिंदा है? हम इस बारे में कल पांच बजे बताएंगे। कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने यहां संवाददाताओं से कहा, (अरविंद केजरीवाल और प्रशांत भूषण) हमला जो कि पूर्वनियोजित षड्यंत्र के तहत लगाया गया किसी व्यक्ति पर नहीं बल्कि कांग्रेस और उसके नेतृत्व पर है। यह आरोप लगाया गया कि उसमें कांग्रेस का कालाधन लगाया गया। यदि ऐसा आरोप लगाया जाता है तो कांग्रेस की ओर से निश्चित रूप से स्पष्टीकरण आएगा। (एजेंसी)

First Published: Monday, October 8, 2012, 23:06

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