Last Updated: Sunday, August 25, 2013, 15:36
नई दिल्ली : वायुसेना की सामरिक क्षमता को बेहतर बनाने की कवायद के तहत रक्षा मंत्री ए के एंटनी दो सितंबर को हिंडन वायु सेना अड्डे पर 75. 80 टन क्षमता वाले सी-17 भारी मालवाहक विमान को औपचारिक रूप से सेवा में शामिल करेंगे।
भारतीय वायु सेना के अधिकारियों ने कहा कि रक्षा मंत्री औपचारिक रूप से इस विमान को नवनिर्मित 81वीं स्क्वाड्रन में शामिल करेंगे जिसे अमेरिका के सौदे के तहत खरीदा गया है। यह सौदा 20 हजार करोड़ रुपए से अधिक का होने की उम्मीद है।
अमेरिकी सी-17 विमान की क्षमता 80 टन भार ढोने की है और 150 सैनिक इसमें ले जाये जा सकते हैं। यह वायु सेना के अब तक के सबसे बड़े विमान रूसी आईआई 76 का स्थान लेगा जो 40 टन भार को ढो सकता था।
भारतीय वायुसेना ने 2011 में अमेरिका के साथ ऐसे 10 विमानों की खरीद के सौदे पर हस्ताक्षर किया था और इनमें से तीन की आपूर्ति पहले ही की जा चुकी है। इस वर्ष के अंत तक सभी विमानों की आपूर्ति कर दी जायेगी। (एजेंसी)
First Published: Sunday, August 25, 2013, 15:36