Last Updated: Saturday, April 13, 2013, 13:41
कोच्चि : रक्षा मंत्री एके एंटनी ने आज कहा कि उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच तनाव को वार्ता के जरिए दूर किया जाना चाहिए। एंटनी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि क्षेत्र के मुद्दों को वार्ता के जरिए शांतिपूर्ण ढंग से हल किया जाए और युद्ध कोई समाधान नहीं है। क्षेत्र के प्रति भारत का रूख यह है कि वहां परमाणु हथियार नहीं होना चाहिए।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि उनकी सरकार देश की सुरक्षा के लिए सेना को हर संभव उपकरणों से लैस करेगी। ‘पूर्व सैन्यकर्मी अंशदायी स्वास्थ्य योजना’ की ऑनलाइन बिलिंग के शुभारंभ के मौके पर उन्होंने कहा कि भारतीय सेना दुनिया की सर्वश्रेष्ठ सेनाओं में से एक है और कई देशों ने इससे रक्षा सहयोग पाने की इच्छा जताई है।
एंटनी ने बताया कि भारतीय सेना ने 45 देशों के साथ रक्षा सहयोग किया है और हमारे साथ सहयोग के लिए कई देश कतार में हैं। उन्होंने कहा कि सेना किसी भी समस्या का सामना करने के लिए चौबीसों घंटे तैयार है। अपनी नीति के तहत हम दूसरे देश के साथ किसी विवाद में शामिल नहीं होंगे।
उन्होंने कहा, ‘पर, हम अपनी एक इंच जमीन भी हड़पने नहीं देंगे। भारतीय सशस्त्र बल देश की अखंडता की हिफाजत करने के लिए सदैव तैयार हैं।’ सदर्न नेवी कमान के फ्लैग ऑफिसर कमाडिंग इन चीफ वाइस एडमिरल सतीश सोनी और अन्य नौसेना अधिकारी भी कार्यक्रम में शरीक हुए। (एजेंसी)
First Published: Saturday, April 13, 2013, 13:41