Last Updated: Friday, August 31, 2012, 23:30
नई दिल्ली: भारत ने कहा कि 26/11 के मुम्बई हमले के मुकदमे से जुड़े गवाहों से जिरह करने के लिए एक दूसरे पाकिस्तान न्यायिक आयोग के दौरे के बारे में वह आतंरिक विचार विमर्श के बाद ही निर्णय लेगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘गृहमंत्रालय इस संबंध में न्यायिक प्रशासन से चर्चा कर रहा है और न्यायिक प्रशासन की राय मिलने के बाद ही हम जवाब देने की स्थिति में होंगे। ’’ उन्होंने कहा कि कल तेहरान में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की भेंट के दौरान पाकिस्तान के गृहमंत्री रहमान मलिक ने यह मुद्दा उठाया था।
प्रवक्ता ने कहा कि कार्यपालिका ने संकेत दिया है कि उसने इस अनुरोध पर सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाया है लेकिन आतंरिक विचार विमर्श पूरा होने के बाद ही वह जवाब दे पाएगा।
पाकिस्तान तीन गवाहों-दो डॉक्टरों एवं एक कार्यकारी मजिस्ट्रेट से जिरह करने के लिए एक अन्य न्यायिक आयोग भारत भेजना चाहता है। इस मजिस्ट्रेट ने 26.11 हमले के एकमात्र जिंदा हमलावर अजमल कसाब का बयान दर्ज किया था। (एजेंसी)
First Published: Friday, August 31, 2012, 23:30