Last Updated: Friday, December 7, 2012, 15:02
नई दिल्ली : सरकार पर देश के हितों की कीमत पर विदेशी कंपनियों के हितों को प्राथमिकता देने का आरोप लगाते हुए राज्यसभा में शुक्रवार को विपक्षी सदस्यों ने बहुब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का पुरजोर विरोध किया और कहा कि आर्थिक सुधार उन क्षेत्रों में किए जाने चाहिए जहां उनकी सचमुच जरूरत है। दूसरी ओर सरकार के घटक दलों ने एफडीआई को किसानों, व्यापारियों और देश के हित में बताते हुए कहा कि यह समय की मांग है।
बहुब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को मंजूरी के खिलाफ लाए गए प्रस्ताव पर राज्यसभा में मतदान के प्रावधान वाले नियम के तहत हुई चर्चा में विपक्षी राजग और संप्रग सरकार की पूर्व घटक तृणमूल कांग्रेस ने एफडीआई का विरोध करते हुए सरकार पर पूंजीवाद के समक्ष समर्पण करने का आरोप लगाया और कहा कि इससे किसानों और छोटे व्यापारियों के हितों पर कुठाराघात होगा।
इससे पहले सभापति हामिद अंसारी ने ‘दुर्लभ से दुर्लभतम मामले’ के तहत प्रश्नकाल स्थगित करने का ऐलान करते हुए कहा कि ज्यादातर सदस्यों की राय है कि एफडीआई पर चर्चा के लिए ऐसा किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कल से शुरू हुई इस चर्चा में 23 सदस्यों ने अपनी बात रखी है और 11 सदस्यों को अभी अपने विचार पेश करने हैं। राजनीतिक दलों के नेताओं और संसदीय मामलों के मंत्री कमलनाथ ने उनसे प्रश्नकाल स्थगित कर चर्चा जारी रखने को कहा है। ‘मैंने दुर्लभ से दुर्लभतम मामले के तहत उनका आग्रह स्वीकार कर लिया है।’ (एजेंसी)
First Published: Friday, December 7, 2012, 15:02