विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाएगी डीएमके

विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाएगी डीएमके

चेन्नई : गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को अमेरिकी वीजा नहीं देने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा से अपील करने वाले पत्र में अपने हस्ताक्षरों के `दुरुपयोग` के खिलाफ संसद के आगामी मानसून सत्र में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के सांसद विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश करेंगे।

डीएमके के प्रवक्ता व पार्टी से लोकसभा सांसद टीकेएस एलंगोवन ने कहा कि हमारी पार्टी के सांसदों ने इस मुद्दे पर संसद में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाने की योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि पार्टी डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट 65ट्रेटर्स डॉट कॉम को भी देखेगी, जिस पर ओबामा को लिखे गए पत्र की स्कैन की गई प्रति मौजूद है।

पत्र में 65 सांसदों के हस्ताक्षर होने की बात कही जा रही है, लेकिन कई सांसदों ने इसमें अपना हस्ताक्षर होने से इंकार किया है। एलंगोवन ने हालांकि डीएमके सांसदों के हस्ताक्षर को सही बताया, लेकिन इसे लेकर संदेह जताया कि ये हस्ताक्षर मोदी को वीजा देने से मना करने के लिए लिखे गए पत्र पर किए गए। उन्होंने अंदेशा जताया कि हो सकता है, ये हस्ताक्षर किन्हीं और पत्रों से स्कैन कर या किसी अन्य विधि से यहां लिए गए हों।

उन्होंने सांसदों को `विश्वासघाती` कहे जाने पर भी आपत्ति जताई। एलंगोवन ने कहा कि सांसदों को विश्वासघाती कैसे कहा जा सकता है? हम इसे देखेंगे और आगामी कदम के बारे में निर्णय लेंगे। एक अन्य डीएमके सांसद ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा कि मुझे याद है कि मैंने श्रीलंकाई तमिलों की स्थिति को लेकर एक याचिका पर हस्ताक्षर किया था। निश्चित तौर पर यदि मुझे मालूम होता कि यह मोदी को अमेरिकी वीजा नहीं देने की अपील से संबंधित है तो मैं इस पर हस्ताक्षर नहीं करता। (एजेंसी)

First Published: Monday, July 29, 2013, 14:08

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