विहिप की 84 कोसी यात्रा पर सियासत हुई तेज

विहिप की 84 कोसी यात्रा पर सियासत हुई तेज

विहिप की 84 कोसी यात्रा पर सियासत हुई तेज लखनऊ : भाजपा ने विश्व हिंदू परिषद की यात्रा के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए रविवार को उत्तर प्रदेश सरकार की भर्त्सना की तथा उस पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया जबकि सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश को दूसरा गुजरात नहीं बनने देगी या छह दिसंबर 1992 को दोहराने नहीं देगी जब बाबरी मस्जिद को ढहाया गया था।

चौरासी कोसी परिक्रमा यात्रा का विरोध करते हुए कांग्रेस ने सपा और भाजपा, दोनों पर निशाना साधा। कांग्रेस ने कहा कि यह पूरी तरह से राजनीतिक प्रक्रिया है तथा दोनों दल नाटक कर रहे हैं क्योंकि उनके तार जुड़े हुए हैं।

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, ‘अयोध्या में मैच फिक्सिंग।’ उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवार्दी पार्टी ने दावा किया कि उसने राज्य को संघर्ष से बचा लिया।

सपा के प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा, ‘यदि लोगों को लगता है कि वे राज्य में सांप्रदायिक अव्यवस्था फैलाकर विकास की प्रक्रिया को बाधित कर सकते हैं तो वे सफल नहीं हो पायेंगे। हम उत्तर प्रदेश को दूसरा गुजरात नहीं बनने देंगे। राज्य में सांप्रदायिक तनाव के लिए कोई जगह नहीं है।’ उत्तर प्रदेश के मंत्री आजम खान ने कहा कि वह विहिप के जाल में नहीं फंसने के लिए लोगों के प्रति कृतज्ञ हैं।

खान ने रामपुर में कहा, ‘हमने उत्तर प्रदेश को किसी भी प्रकार के संघर्ष से बचा लिया जिसके कारण बड़ी संख्या में शांति प्रिय लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी हो जाती।’ उन्होंने कहा कि बहुत कम लोगों को हिरासत में लिया गया। कुल मिलाकर स्थिति शांत है और लोग विहिप के आह्वान से अप्रभावित रहे।

आजम खान ने कहा कि यात्रा 2014 के आम चुनाव को ध्यान में रखते हुए राज्य का माहौल बिगाड़ने का प्रयास है। खान ने कहा, ‘लोग विहिप और भाजपा के खेल को समझ गये हैं। यह सुनिश्चित किया जायेगा कि 6 दिसंबर 1992 को जो नुकसान हुआ, उसे दोहराया नहीं जाये।’

अशोक सिंघल एवं अन्य धार्मिक नेताओं की गिरफ्तारी की भर्त्सना करते हुए भाजपा ने कहा कि उप्र सरकार को यात्रा में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए था।

भाजपा के वरिष्ठ नेता एम वेंकैया नायडू ने हैदराबाद में संवाददाताओं से कहा, ‘भाजपा उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा श्री अशोक सिंघल की गिरफ्तारी तथा यात्रा निकालने से रोकने के लिए साधु संतों को हिरासत में लेने की कार्रवाई की कड़ी भर्त्सना करती है। भारत एक स्वतंत्र देश है। लोगों को घूमने फिरने और यात्रा निकालने का पूरा अधिकार है। आप यात्रा को नियमित कर सकते है। आप उसे रोक कैसे सकते हैं। यह काम केवल वोट बैंक राजनीति को ध्यान में रखकर किया जा रहा है।’

गोवा के मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता मनोहर पार्रिकर ने कहा कि उप्र सरकार को अयोध्या से निकलने वाली विहिप यात्रा में तब तक हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए था जब तक कि कानून व्यवस्था का मुद्दा न हो। उन्होंने बेंगलूर में कहा कि धार्मिक मामलों में सभी मतों को स्वतंत्रता होनी चाहिए।

राम मंदिर मुद्दे का शीघ्र समाधान निकालने की मांग करते हुए भाजपा की उपाध्यक्ष उमा भारती ने कहा कि सपा वोट बैंक राजनीति के लिए अयोध्या से निकलने वाली विहिप यात्रा के खिलाफ हवा खड़ी कर रही है।

केन्द्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि विहिप यात्रा पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय उत्तर प्रदेश की सपा सरकार ने किया था तथा कांग्रेस का इससे कोई लेनादेना नहीं है।

खुर्शीद ने एटा में कहा, ’किसी भी व्यक्ति या देशवासी को अधिकार है कि उसके धर्म की जो भी व्यवस्था है सरकार उसका सम्मान करे। मैं यह समझता हूं कि इसमें किसी की दो राय नहीं हो सकती। लेकिन धर्म को राजनीति बना लिया जाए और राजनीति को एक साधन बना लिया जाए तो हम इसका विरोध करते हैं।’

कांग्रेस नेता एवं केन्द्रीय इस्पात मंत्री बेनीप्रसाद वर्मा ने कहा कि इसका कोई फर्क नहीं पडने वाला है क्योंकि हिन्दू और मुसलमान सपा और भाजपा की नूराकुश्ती और साजिशों से भलीभांति वाकिफ है।

उन्होंने आरोप लगाया कि सपा और विहिप के नेताओं में मिली-भगत थी वरना भारी बंदोबस्त के बावजूद प्रवीण तोगडिया कैसे अयोध्या पहुंचे और अशोक सिंघल को लखनउ पहुंचने दिया गया जबकि उन्हें दिल्ली वारंट जारी करके रोका जा सकता था।

उन्होंने यह भी कहा कि अयोध्या में गिरायी गयी बाबरी मस्जिद के षड्यंत्र में भाजपा और सपा दोनों शामिल थे और अब शुरू की गयी परिक्रमा यात्रा भी इन्हीं दोनों दलों की साजिश का हिस्सा है। (एजेंसी)

First Published: Sunday, August 25, 2013, 20:13

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