`वॉलमार्ट लॉबिंग पर सरकार जवाब देने का तैयार`

`वॉलमार्ट लॉबिंग पर सरकार जवाब देने को तैयार`

`वॉलमार्ट लॉबिंग पर सरकार जवाब देने को तैयार`ज़ी न्‍यूज ब्‍यूरो

नई दिल्‍ली : भारत में पहुंच बनाने के उद्देश्य से अमेरिका में अपने पक्ष में माहौल बनाने (लाबिंग) के लिए वालमार्ट द्वारा धन खर्च करने की रिपोर्ट पर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है और संसद में इस मुद्दे पर बीते दिनों जमकर हंगामा हुआ। लॉबिंग की इस रिपोर्ट पर केंद्र सरकार ने मंगलवार को एक बयान दिया।

केंद्रीय मंत्री कमलनाथ ने आज कहा कि वॉलमार्ट लॉबिंग रिपोर्ट पर केंद्र सरकार जवाब देने के लिए तैयार है। उन्‍होंने कहा कि विपक्ष इस मसले पर हंगामा न करे और सदन को चलने दे। इस मामले में कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक होगी और सरकार इस पर जवाब देने से पीछे नहीं हटेगी।

उधर, भाजपा ने कहा है कि वालमार्ट लाबिंग मुद्दे को लेकर संसद के दोनों सदनों में प्रश्नकाल नहीं चलने दिया जाएगा। भारतीय जनता पार्टी ने बीते दिनों मांग की कि धन हासिल करने वालों के नाम पता लगाने के लिए निष्पक्ष जांच हो। साथ ही कहा कि जब तक जांच पूरी न हो, रिटेल कंपनी को भारत में दुकान खोलने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।

भाजपा के मुख्य प्रवक्ता रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि वालमार्ट ने अपनी लाबिंग खुलासा रिपोर्ट में कहा है कि वह भारत में अनुकूल बाजार माहौल बनाने के लिए लाबिंग पर 2008 से ही धन खर्च कर रहा है और उसने 125 करोड रूपये खर्च किए हैं। प्रसाद ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान मांग की कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को खुद को इस मुद्दे पर स्वच्छ साबित करना होगा। प्रसाद ने यह मुद्दा राज्यसभा में उठाया। वह राज्यसभा में भाजपा के उपनेता हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा इस मुद्दे पर निष्पक्ष जांच चाहती है क्योंकि लाबिंग और कुछ नहीं बल्कि रिश्वत को ही भद्र ढंग से कहा गया शब्द है। प्रसाद ने कहा कि पार्टी ने यह मांग भी की है कि जब तक जांच के नतीजे सामने नहीं आ जाते, वालमार्ट को भारत में दुकान खोलने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए भले ही सरकार मल्टी ब्रांड खुदरा कारोबार में एफडीआई के मुद्दे पर मत विभाजन में जोड़-तोड़ कर बहुमत हासिल करने में सफल रही है।

First Published: Tuesday, December 11, 2012, 11:11

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