Last Updated: Sunday, April 14, 2013, 15:42

नई दिल्ली : शरद यादव को आज लगातार तीसरी बार सर्वसम्मति से जद यू का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया। अपने अध्यक्षीय भाषण में शरद ने राजग गठबंधन को बनाए रखने की अपील की है।
राष्ट्रीय परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए शरद ने कहा, ‘मैं सभी लोगों को साथ लेकर चलने और पार्टी को मजबूत बनाने का प्रयास करूंगा। मैं आपकी ओर से सर्वसम्मति से व्यक्त किए गए विश्वास पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा।’ 65 वर्षीय शरद ने राजग गठबंधन को बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि हमारा भाजपा के साथ 17 वर्षों से गठबंधन है। बिहार में साझा सरकार काफी अच्छे ढंग से चल रही है। ‘हम देश के पैमाने पर भी इसी तरह की व्यवस्था चाहते हैं।’
उन्होंने कहा कि हमारा उनसे (भाजपा) कई विषयों पर मतभेद है लेकिन राष्ट्रीय एजेंडे के तहत हम अच्छी तरह से आगे बढ़ रहे हैं। ‘हमारा किसी व्यक्ति से कोई मतलब नहीं है। हमारा सिद्धांतों से सरोकार है। हम अपने सिद्धांतों पर आज भी कायम हैं।’ शरद ने कहा कि धारा 370, समान नागरिक संहिता, आयोध्या के मुद्दों को अलग रखने पर एक राय बनी और इस पर हम आज भी कायम हैं।
बहरहाल, नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में शरद के नाम का प्रस्ताव किया जिसका सभी ने अनुमोदन किया। शरद इस पद के लिए नामांकन भरने वाले अकेले उम्मीदवार थे। राजग के संयोजक शरद यादव को जद यू के संविधान में संशोधन के करने के बाद पार्टी अध्यक्ष पद के लिए चुना गया।
शरद ऐसे समय में जद यू अध्यक्ष बने हैं जब 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए नरेन्द्र मोदी को भाजपा के प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर भाजपा नीत राजग गठबंधन से जद यू के अलग होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। जद यू द्वारा मोदी की नापसंदगी जगजाहिर है और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कई नेता इस बारे में अपने विचार कई बार व्यक्त भी कर चुके हैं।
जद यू अध्यक्ष के लिए शरद के नाम का प्रस्ताव बिहार समेत 20 राज्य इकाइयों ने किया। बिहार के मुख्यमंत्री उनके लिए सबसे पहले प्रस्तावक थे। शरद यादव को 2006 में जार्ज फर्नांडिज के स्थान पर पहली बार जद यू का अध्यक्ष चुना गया था।
जद यू अध्यक्ष का कार्यकाल केवल दो वर्षों के लिए है। उन्हें 2009 में पार्टी अध्यक्ष बनाया गया था। पार्टी के अध्यक्ष पद का चुनाव 2011 से लंबित था लेकिन जद यू ने चुनाव आयोग से इसके लिए अनुमति मांगी थी। शरद यादव बिहार के मधेपुरा से चार बार से सांसद हैं। वह पहली बार मध्यप्रदेश के जबलपुर से 1977 में चुने गए थे। वह मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले के रहने वाले हैं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, April 14, 2013, 15:42