Last Updated: Friday, March 15, 2013, 18:09

चंडीगढ़ : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज कहा कि भारत शांति बनाए रखने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और इसके लिए प्रभावी प्रतिरोधक क्षमता और मजबूत रक्षा क्षमता जरूरी है। तीनो सेनाओं के सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने यहां वायुसेना के केंद्रीय चिकित्सा प्रतिष्ठान और 3 बेस रिपेयर डिपो के एक कार्यक्रम में यह बात कही।
मुखर्जी ने माना कि भारत शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और सशस्त्र बलों को किसी भी हमले और क्षेत्रीय अंखडता की सुरक्षा के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘एक देश के रूप में हम शांति बनाए रखने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं और हम अपने इस विश्वास पर दृढ़ प्रतिज्ञ हैं कि विवादों का समाधान बातचीत के जरिए किया जाना चाहिए।’
मुखर्जी ने कहा, ‘लेकिन ठीक इसी समय हमें किसी भी हमले से निपटने के लिए और अपनी क्षेत्रीय अखंडता की पूरी ताकत के साथ रक्षा करने के लिए तैयार रहना चाहिए।’ मुखर्जी ने भारतीय वायुसेना की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस प्रयास में उसकी ‘महत्वपूर्ण भूमिका’ है।
मुखर्जी ने यहां 3 बीआरडी का उल्लेख करते हुए कहा, ‘मरम्मत और सहायता संगठनों की भूमिका पहले की तुलना में ज्यादा महत्वपूर्ण हो गई है। लड़ाकू विमानों को हम तैनात कर सकते हैं और उनकी मारक क्षमता इस तरह के संगठनों की कार्यकुशलता पर निर्भर करती है।’ (एजेंसी)
First Published: Friday, March 15, 2013, 18:09