Last Updated: Monday, August 13, 2012, 00:03
नई दिल्ली : सुशील कुमार शिंदे को भले ही गृह मंत्री और लोकसभा में सदन का नेता बना दिया गया हो लेकिन ‘सूपर सीडब्ल्यूसी’ के तौर पर जाने जाने वाले कांग्रेस के शक्तिशाली कोर ग्रुप में अभी तक उनका दखल नहीं हो पाया है।
कांग्रेस सूत्रों ने आज कहा कि शिंदे को कोर ग्रुप का सदस्य नहीं बनाया गया है और फिलहाल निर्णय लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले इस समूह में उन्हें शामिल किए जाने के कोई संकेत भी नहीं हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल में हाल में हुए बदलाव के बाद कोर ग्रुप की पहली बैठक शुक्रवार को हुई। ऐसी जानकारी मिली है कि शिंदे इस बैठक में मौजूद नहीं थे।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी के अलावा कोर ग्रुप में रक्षा मंत्री ए के एंटनी, वित्त मंत्री पी चिदंबरम और सोनिया के राजनैतिक सचिव अहमद पटेल शामिल हैं। चिदंबरम को गृह मंत्री रहते वक्त इस ग्रुप में शामिल किया गया था और शिवराज पाटिल को भी गृह मंत्री के तौर पर इस समूह का सदस्य बनाया गया था।
संप्रग (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) ने वर्ष 2004 में सत्ता में आने के बाद कोर ग्रुप का गठन किया था। दिवंगत अजरुन सिंह भी मानव संसाधन विकास मंत्री के तौर पर इस समूह में शामिल थे लेकिन वर्ष 2009 में केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए जाने के बाद वह इस समूह के सदस्य नहीं रहे।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और आंध्र प्रदेश के राज्यपाल रह चुके शिंदे कांग्रेस के प्रमुख दलित नेताओं में से एक हैं। पार्टी में राहुल गांधी के अगले महीने से एक बड़ी भूमिका निभाने के कयासों के साथ ही ऐसा भी कहा जा रहा है कि उन्हें कोर ग्रुप का सदस्य बनाया जा सकता है। (एजेंसी)
First Published: Monday, August 13, 2012, 00:03