शिंदे ने उग्रवादी संगठनों को बातचीत के लिए बुलाया

शिंदे ने उग्रवादी संगठनों को बातचीत के लिए बुलाया

शिंदे ने उग्रवादी संगठनों को बातचीत के लिए बुलायानई दिल्ली : गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने आज तमाम उग्रवादी संगठनों से अपील की कि अपनी समस्याएं सुलझाने के लिए वह सरकार के साथ शांति वार्ता के लिए आगे आएं क्योंकि लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। असम में सक्रिय उग्रवादी समूह दिमा हलम देवगाह (डीएचडी), जिसने शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, के सदस्यों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी समूह के साथ बातचीत के लिए तैयार है, जो हिंसा छोड़कर बातचीत के लिए आगे आए।

उन्होंने कहा, मैं सभी समूहों से आग्रह करता हूं कि हिंसा छोड़ दें और शांतिपूर्ण वार्तालाप के लिए आगे आएं। सरकार संविधान के दायरे में उनसे बातचीत करने को तैयार है। गृह मंत्री ने कहा कि 200 करोड़ रूपए का आर्थिक पैकेज (40 करोड़ रूपए वार्षिक) दिमा हसाओ जिले के सर्वांगीण विकास के लिए दिया जाएगा।

इस समारोह में शिरकत करने वाले असम के मुख्य मंत्री तरूण गोगोई ने कहा कि शांति समझौते से गड़बड़ी वाले जिले में शांति लाने में मदद मिलेगी, जिसने पूर्व में बहुत हिंसा देखी है। उन्होंने कहा, मैं खुश हूं कि उन्होंने (डीएचडी) हिंसा की निर्थकता को समझा और मुख्यधारा में आने का फैसला किया। इससे असम के इतिहास का एक नया युग शुरू होगा। शांति समझौते पर केन्द्र एवं असम सरकार के प्रतिनिधियों और डीएचडी के सदस्यों ने हस्ताक्षर किए। (एजेंसी)

First Published: Monday, October 8, 2012, 21:31

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