Last Updated: Sunday, February 24, 2013, 23:45

नई दिल्ली : गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे के ‘हिंदू आतंकवाद’ संबंधी बयानों के संबंध में सरकार के एक मंत्री ने कहा है कि शिंदे ने अपने विवादास्पद बयान को लेकर माफी नहीं मांगी है और केवल खेद जताया है जिसे भाजपा ने स्वीकार कर लिया है।
संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने एक समाचार चैनल के कार्यक्रम में कहा, ‘यह शब्द अफसोस है। इसी शब्द (रिग्रेट) का इस्तेमाल किया गया। जिस भाषा का इस्तेमाल हो चुका है, मैं उसे बदल नहीं सकता।’
उनसे पूछा गया था कि शिंदे ने जयपुर में कांग्रेस की चिंतन बैठक के दौरान दिये गये अपने बयान को लेकर अफसोस जताया था या माफी मांगी थी।
कमलनाथ ने कहा कि शिंदे ने भाजपा शब्द का इस्तेमाल किया था लेकिन उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि उनका किसी राजनीतिक संगठन से कोई आशय नहीं था।
उन्होंने कहा कि अगर जाने अनजाने में इसका यह आशय लगाया गया है तो शिंदे अफसोस जता चुके हैं। उन्होंने शिंदे के बयान और गृहमंत्री के तौर पर पी चिदंबरम के इसी तरह के बयान में अंतर भी बताया।
कमलनाथ ने कहा, ‘अंतर यह है कि शिंदे ने भाजपा शब्द का इस्तेमाल किया और चिदंबरम ने भाजपा शब्द का इस्तेमाल नहीं किया था।’ मंत्री ने कहा कि भाजपा नेताओं के साथ उनकी और शिंदे की मुलाकातों में बातचीत के दौरान शिंदे के खेद जताने वाले बयान पर चर्चा हुई।
उन्होंने भाजपा नेताओं से बैठकों का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा के साथ बयान को लेकर चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि खेद जताने संबंधी बयान काफी है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, February 24, 2013, 14:39