Last Updated: Wednesday, July 18, 2012, 08:27

नई दिल्ली : केंद्रीय ऊर्जा मंत्री सुशील कुमार शिंदे लोकसभा में नए नेता बनाए जा सकते हैं। प्रणब मुखर्जी के राष्ट्रपति चुनाव में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन का उम्मीदवार बनने के बाद से यह पद खाली है। हालांकि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा तय किए नामों की सूची में उनका नाम केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम और पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरभद्र सिंह के बाद तीसरे नंबर पर है।
सरकार में इस बात को लेकर चिंता है कि अगर चिदम्बरम को नेता बनाया जाता है तो विपक्ष 2जी घोटाले में उनकी कथित संलिप्तता को लेकर सरकार के खिलाफ एकजुट हो सकता है। इसी तरह शिमला की एक अदालत द्वारा भ्रष्टाचार के एक मामले में वीरभद्र सिंह के खिलाफ आरोप तय किया जा चुका है और इसके बाद उन्हें केंद्रीय मंत्री पद छोड़ना पड़ा है।
सूची में शिंदे के बाद कॉरपोरेट मामलों के मंत्री एम. वीरप्पा मोइली और शहरी विकास मंत्री कमलनाथ का नाम आता है। शिंदे एक दलित नेता हैं और वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। इसके साथ ही उनका संसदीय अनुभव भी व्यापक है।
नेता का चुनाव आठ अगस्त से पहले कर लेना होगा क्योंकि इस दिन से संसद का मानसून सत्र शुरू होने वाला है। नियमों के मुताबिक सदन का नेता प्रधानमंत्री को होना चाहिए अगर वह उस सदन का सदस्य हो अथवा उसके द्वारा नियुक्त मंत्री हो सकता है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, July 18, 2012, 08:27