Last Updated: Monday, August 8, 2011, 08:21
नई दिल्ली : भाजपा ने सोमवार को मांग उठाई कि राष्ट्रमंडल खेलों में अनियमितताओं के लिये नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (कैग) द्वारा दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को जिम्मेदार ठहराये जाने के बाद उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिये. भाजपा प्रवक्ता तरुण विजय ने संवाददाताओं को बताया कि दिल्ली की मुख्यमंत्री के खिलाफ कैग की रिपोर्ट उन्हें साफ तौर पर कटघरे में खड़ा करती है.
उन्होंने कहा कि शीला दीक्षित की सही जगह सलाखों के पीछे राजा और कलमाडी के साथ है. जब तक ऐसा नहीं होता, हम उनकी सरकार को कतई राहत नहीं लेने देंगे. भ्रष्टाचार के मुद्दे पर दोहरे मानदंड अपनाने का कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा, ‘एक तरफ तो उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा के इस्तीफे की मांग की, लेकिन दूसरी ओर जब इसी तरह के आरोप शीला दीक्षित के खिलाफ हैं तो वे त्याग पत्र के लिये तैयार नहीं हैं.’
कांग्रेस सांसद सत्यवत्र चतुर्वेदी ने कहा कि दोनों मुद्दे एकदम अलग-अलग हैं. उन्होंने कहा, ‘कैग एक ऑडिट एजेंसी है, जबकि लोकायुक्त जांच एजेंसी है. ऑडिट एजेंसी लेखा में अपनी आपत्तियां जाहिर करती हैं और लोक लेखा समिति उस पर गौर करती है.’ उन्होंने कहा, ‘अगर इसमें कोई आपराधिक पहलू है तो पीएसी अपने विचार जाहिर करेगी, इसके बाद ही कोई कार्रवाई हो सकती है.’ उन्होंने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिये तैयार है, लेकिन विपक्ष को ऐसा शांतिपूर्वक और नियमों के तहत करना चाहिये.
First Published: Monday, August 8, 2011, 15:11