Last Updated: Tuesday, May 7, 2013, 14:48
चेन्नई : श्रीलंका की अदालत द्वारा 30 भारतीय मछुआरों की रिमांड 20 मई तक बढाए जाने के एक दिन बाद द्रमुक प्रमुख एम करूणानिधि ने मंगलवार को केन्द्र और तमिलनाडु सरकार से इस मुद्दे को तत्काल श्रीलंका सरकार के संज्ञान में लाने और मामला सुलझाने के लिए कहा।
उन्होंने एक बयान में कहा कि अनुरूद्धपुरम जेल में 30 मछुआरों के छह मई को रिहा होने की उम्मीद थी लेकिन मन्नार जिला अदालत ने उनकी रिमांड 20 मई तक के लिए बढ़ा दी। द्रमुक प्रमुख ने कहा कि उनकी रिमांड चौथी बार बढाई गई है और केन्द्र तथा राज्य सरकारों को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि मैं जोर देकर कहता हूं कि केंद्र इस मुद्दे को श्रीलंका सरकार के संज्ञान में लाए और इस समस्या का समाधान निकाले। उन्होंने श्रीलंका के कराइकल में बंद 26 अन्य मछुआरों की रिहाई के लिए भी केन्द्र से कार्रवाई की मांग की। करुणानिधि ने सरकार का ध्यान इस कथित जानकारी पर भी दिलाया कि मछली पकड़ने वाली नौकाओं के साथ कुछ प्रभावशाली लोगों को भारतीय जल क्षेत्र में मछली पकड़ने पर लगी पाबंदी से 15 अप्रैल से 29 मई के बीच छूट दी गई। उन्होंने सवाल किया कि क्या यह ऐसा कदम नहीं है, जिससे मछुआरे प्रभावित होंगे। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 7, 2013, 14:48