Last Updated: Thursday, September 27, 2012, 00:47
ज़ी न्यूज़ ब्यूरोकोलकाता/मुंबई : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष और कृषि मंत्री शरद पवार ने आज कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को मुख्यमंत्री पद से हटाने का फैसला कांग्रेस पार्टी को तय करना है। उन्होंने कहा, एनसीपी में कोई संकट नहीं है, फिलहाल एनसीपी का समर्थन महाराष्ट्र सरकार और केंद्र सरकार को है जो जारी रहेगा। दोनों ही सरकारों पर किसी तरह का कोई खतरा नहीं है। उधर, अजीत पवार अपना इस्तीफा वापस ना लेने के फैसले पर उड़े हुए हैं।
शरद पवार ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘हम महाराष्ट्र और दिल्ली में सरकार का समर्थन जारी रखेंगे। हम अस्थायित्व नहीं चाहते हैं।’ जब उनसे पूछा गया कि क्या मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को दिल्ली वापस भेजा जाना चाहिए जहां वह प्रधानमंत्री कार्यालय में प्रभावशाली मंत्री थे, शरद पवार ने कहा, ‘चव्हाण मुम्बई में (बतौर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री) हों या दिल्ली में, यह कांग्रेस का अंदरुनी मामला है, यह कांग्रेस का विशेषाधिकार है और इस पर हमारी कोई राय नहीं है।’ जब राकांपा प्रमुख से पूछा गया कि क्या वरिष्ठ राकांपा नेता अजीत पवार का इस्तीफा कांग्रेस पर दबाव बनाने के लिए है, उन्होंने कहा, ‘दबाव बनाने का कोई सवाल ही नहीं है।’
शरद पवार ने कहा, ‘राकांपा के विधायक दल की आज बैठक हुई थी और उसमें अजीत पवार से अपने फैसले पर फिर से विचार करने का अनुरोध किया गया था। बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया गया कि इस मुद्दे पर अंतिम फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष करेंगे जो बाध्यकारी होगा।’ जब उनसे पूछा गया कि क्या मौजूदा मुद्दे पर राकांपा बंटी हुई है, तब उन्होंने कहा, ‘विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से यह फैसला किया गया था।’
दोनों दलों के बीच 13 साल पुराने गठबंधन में गहराता तनाव राकांपा प्रमुख के भतीजे 53 वर्ष के अजीत पवार के इस्तीफे से सामने आया। अजीत पवार ने 1999 और 2009 के बीच उनके जल संसाधन मंत्री रहने के दौरान सिंचाई परियोजना में कथित अनियमितताओं के आरोपों के बाद इस्तीफा दे दिया।
उधर, महाराष्ट्र राकांपा विधायक दल की आज हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में सर्वसम्मति से प्रदेश के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार से अपना इस्तीफा वापस लेने का आग्रह करने का निर्णय किया गया है। अजीत पवार ने कल अपने पद से इस्तीफा दे दिया था जिसके कारण राज्य में कांग्रेस-राकांपा गठबंधन सरकार को संकट का सामना करना पड़ रहा है। राकांपा विधायक दल की बैठक में आज प्रदेश पार्टी अध्यक्ष मधुकर पिचाड ने इस आशय का प्रस्ताव पेश किया जिसे सर्वसम्मति से मंजूर कर लिया गया।
First Published: Wednesday, September 26, 2012, 19:28