Last Updated: Tuesday, June 19, 2012, 23:11
नई दिल्ली : आगामी राष्ट्रपति चुनाव पर विचार विमर्श के लिए गुरूवार को यहां राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के पदाधिकारियों की बैठक होगी, जिसमें पार्टी नेता पीए संगमा पर राष्ट्रपति पद की दौड़ में बने रहने पर संभावित रूप से अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है। पार्टी प्रमुख शरद पवार ने यहां राकांपा पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में संगमा और उनकी बेटी तथा केन्द्रीय मंत्री अगाथा संगमा को भी बुलाया गया है। अगाथा ने भी अपने पिता के पक्ष में अभियान चलाया था।
राकांपा बैठक ऐसे समय हो रही है जब भाजपा संगमा का समर्थन करके प्रणव मुखर्जी की उम्मीदवारी को चुनावी चुनौती देने के प्रयास में हैं। संकेत मिल रहे हैं कि अगर संगमा राष्ट्रपति पद की दौड़ से हटने के पार्टी के निर्देश का पालन नहीं करते हैं तो उन पर राकांपा द्वारा अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।
पार्टी सूत्रों ने यह भी संकेत दिये कि अगर संगमा पार्टी निर्देश नहीं मानते हैं तो अगाथा का मंत्री पद भी छिन सकता है। संगमा को वस्तुत: नोटिस जारी करते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने आज कहा कि अगर वह पार्टी की बात नहीं मानते हैं तो पूर्वोत्तर के इस नेता को कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
राकांपा के वरिष्ठ नेता और भारी उद्योग मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने यहां से 60 किलोमीटर दूर भंडारा में ‘महारोजगार’ रैली को संबोधित करते हुए कहा कि हमने देश के शीर्ष संवैधानिक पद के लिए प्रणब मुखर्जी का समर्थन किया है। संगमा को पार्टी के निर्णय का सम्मान करना चाहिए और चुनाव नहीं लड़ना चाहिए। पटेल ने कहा कि पद के लिए उम्मीदवारी घोषित करने से पहले संगमा ने पार्टी या वरिष्ठ नेताओं से संपर्क नहीं किया। अगर वह चुनाव लड़ते हैं तो यह पार्टी निर्देशों का उल्लंघन होगा और उन पर कार्रवाई होगी। 19 जुलाई को होने वाले चुनाव में संगमा की उम्मीदवारी का समर्थन तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता और ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने किया है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, June 19, 2012, 23:11