Last Updated: Thursday, October 4, 2012, 19:36
ज़ी न्यूज़ ब्यूरोनई दिल्ली/मुंबई : महाराष्ट्र के सिंचाई घोटाले में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। नितिन गडकरी की लिखी दो ऐसी चिट्ठियां सामने आई हैं जिनमें उन्होंने जल संसाधन मंत्री पवन कुमार बंसल से अपने करीबी अजय संचेती की कंपनी को ठेका देने और बकाया पैसे जारी करने की सिफारिश की हैं।
नागपुर के व्यवसायी एवं भाजपा के राज्यसभा सदस्य अजय संचेती भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी के अच्छे दोस्त है। अब तक तीन बार गडकरी को संचेती की वजह से आलोचना का शिकार होना पड़ा है। पहली बार संचेती को लेकर नितिन गडकरी तब चर्चा में आए थे जब पार्टी के कुछ अन्य नेताओं को दरकिनार कर अजय संचेती का नाम राज्यसभा के लिए प्रस्तावित किया गया था। दूसरी बार जब संचेती का नाम मुंबई के आदर्श सोसायटी घोटाले में आया तब भी गडकरी पर निशाना साधा गया। संचेती के करीबियों के फ्लैट होने के कारण ही भाजपा विरोधियों ने आरोप लगाना शुरू कर दिया था कि उक्त इमारत में गडकरी के भी बेनामी फ्लैट हैं। अब तीसरी बार महाराष्ट्र के सिंचाई घोटाले में संचेती का नाम आने के साथ ही आरटीआई कार्यकर्ता अंजली दमानिया द्वारा इस घोटाले को दबाने का आरोप नितिन गडकरी पर लगाया गया है।
खुलासा हुआ है कि महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में बांध बनाने के लिए 1350 करोड़ रुपए का ठेका अजय संचेती की एक ऐसी कंपनी को दिया गया जिसका कोई अस्तित्व ही नहीं है। संचेती की कंपनी शक्ति कुमार एम संचेती लिमिटेड का नाम 2005 में ही बदल कर एसएमएस इन्फ्रास्ट्रक्चर कर दिया गया था लेकिन 2007-08 में विदर्भ सिंचाई विकास निगम से बांध का ठेका हासिल करते समय संचेती ने पुरानी कंपनी के नाम का ही इस्तेमाल किया।
First Published: Thursday, October 4, 2012, 19:36