Last Updated: Tuesday, September 3, 2013, 23:19
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली : संसद में जारी गतिरोध को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंगलवार रात भाजपा के वरिष्ठ नेताओं लालकृष्ण आडवाणी, सुषमा स्वराज और अरुण जेटली से मुलाकात की लेकिन भाजपा नेताओं से उन्हें संसद सुचारु रूप से चलने का कोई आश्वासन नहीं मिला। भाजपा नेताओं ने कहा कि वह इस बारे में फैसला बुधवार की बैठक के बाद लेंगे।
उधर सूत्रों ने बताया कि संसद के दोनों सदनों में दिए गए बयान पर प्रधानमंत्री द्वारा स्पष्टीकरण देने से इंकार करने से नाराज भाजपा नेता कोयला घोटाले में सरकार के विरूद्ध अपने दबाव को बढ़ाने की रणनीति से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। सरकार भाजपा सहित पूरे विपक्ष को मनाकर मानसून सत्र के बचे हुए दिन में कुछ और महत्वपूर्ण विधेयक पारित कराना चाहती है।
सरकार की कोशिश है कि इस मुलाकात के जरिए भाजपा नेताओं की नाराजगी को दूर करके इस सप्ताह शुक्रवार को संपन्न होने जा रहे संसद के मानसून सत्र में कुछ और महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित कराया जा सके।
पीएम के साथ भाजपा नेताओं की बैठक करीब डेढ़ घंटे तक चली। सूत्रों ने बताया कि मनमोहन सिंह ने भाजपा नेताओं से आग्रह किया कि वे संसद को सुचारु चलाने में सरकार का सहयोग करें। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों को पुरानी बातों को भुलाकर संसद चलाने में सरकार का सहयोग करना चाहिए।
भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री संसद मंा अपना बयान देने के बाद विपक्ष की सुने बिना चले जाते हैं जिससे वह काफी नाराज है।
First Published: Tuesday, September 3, 2013, 23:19