Last Updated: Tuesday, May 22, 2012, 16:34

नई दिल्ली : संसद का बजट सत्र मंगलवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। बजट सत्र गत 12 मार्च को शुरू हुआ था। लोकसभा की अध्यक्ष मीरा कुमार ने कहा कि बजट सत्र में 34 बैठकें हुईं और कार्यवाही बाधित एवं स्थगित किए जाने से 48 घंटे 24 मिनट व्यर्थ हुए। उन्होंने बताया कि व्यर्थ हुए समय की भरपाई के लिए सदन ने 41 घंटे एवं चार मिनट अतिरिक्त बैठकें कीं।
ज्ञात हो कि वर्ष 1952 में हुई संसद की पहली बैठक के 60 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में गत 13 मई को संसद के विशेष सत्र का आयोजन किया गया। बजट सत्र के दौरान 21 विधेयक पेश किए गए और 21 पारित किए गए। बजट सत्र के दौरान आम बजट एवं रेल बजट के अलावा न्यायिक मानक एवं जवाबदेही विधेयक-2012, भारतीय चिकित्सा परिषद (संशोधन) विधेयक 2012, बच्चों को मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार (संशोधन) विधेयक-2012 और पूर्वोत्तर क्षेत्र (पुनर्गठन) और अन्य महत्वपूर्ण विधेयक पारित हुए।
कॉपीराइट (संशोधन) विधेयक-2012, आनंद मैरिज (संशोधन) विधेयक-2012, बाल यौन अपराध सुरक्षा विधेयक-2012 मंगलवार को पारित हुए। राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी ने खुशी जताते हुए कहा कि सदन ने अपनी सर्वोच्च क्षमता के साथ काम किया। अंसारी ने हालांकि, अफसोस जताया कि सदस्यों द्वारा बाधाएं खड़ी किए जाने से कुछ समय बर्बाद हुआ और मौखिक जवाब के लिए कई प्रश्न नहीं पूछा जा सके। समापन भाषण में अंसारी ने कहा कि हमें असहमति, आपत्ति, विरोध एवं हंगामे के बीच अंतर पर आत्मनिरीक्षण करना होगा। राज्यसभा में करीब 165 घंटे कामकाज हुआ जबकि श्रीलंका में तमिलों पर हुए कथित अत्याचार एवं अन्य मसलों को लेकर हुए हंगामे के कारण सदन के 22 घंटे व्यर्थ हुए।
सदन ने उप सभापति के. रहमान खान सहित 58 सदस्यों को विदाई दी। सत्र के दौरान 22 विधेयक पारित हुए अथवा लौटा दिए गए।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 22, 2012, 22:04