Last Updated: Wednesday, December 21, 2011, 10:15

नई दिल्ली : संसद के दोनों सदनों में बुधवार को अलग-अलग मुद्दों पर हुए हंगामे की वजह से कार्यवाही बाधित हुई। राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम के साथ-साथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को निशाना बनाए जाने को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक हुई तो लोकसभा में किसानों और एक सांसद के साथ दुर्व्यवहार के मुद्दे पर हंगामा हुआ।
किसानों की समस्याओं के मुद्दे पर वामपंथी दलों और तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही पहले 12 बजे और फिर दो बजे तक स्थगित करनी पड़ी।
प्रश्नकाल शुरू होते ही वामपंथी दलों के सदस्य अपने स्थान पर खड़े होकर और तेदेपा सदस्य अध्यक्ष के आसन के समीप जाकर किसानों की आत्महत्या के मुद्दे पर हंगामा करने लगे। इन सदस्यों ने केंद्र सरकार पर किसानों की समस्याओं की अनदेखी करने का आरोप लगाया। लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने हंगामा कर रहे सदस्यों से आग्रह किया कि वे कम से कम प्रश्नकाल चलने दें लेकिन सदस्यों ने उनकी एक न सुनी। फिर दुखी मन से उन्होंने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित किए जाने की घोषणा की।
दोबारा जब सदन की कार्यवाही आरंभ हुई तो सदस्यों ने फिर से हंगामा शुरू कर दिया। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सदस्य भी इसमें शामिल हो गए। हंगामे के बीच उपाध्यक्ष करिया मुंडा ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। इस दौरान सदन में नारेबाजी होती रही। बसपा के दारा सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री के सुरक्षाकर्मियों द्वारा सांसदों के साथ कथित तौर पर की गई बदसलूकी का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा के नाम पर आए दिन सांसदों के साथ बदसलूकी हो रही है। यह गंभीर मामला है। यह इस सदन और इसके सदस्यों का अपमान है।
उपाध्यक्ष ने बसपा सदस्यों को आश्वासन दिया कि वह इस मसले पर लोकसभा अध्यक्ष से चर्चा करेंगे। उनके इस आश्वसन के बाद भी सदस्यों का हंगामा जारी रहा। हंगामा न थमता देख उन्होंने सदन की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित कर दी।
दो बजे केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी द्वारा सदन में माफी मांगने के बाद कार्यवाही सुचारू रूप से चल सकी।
उधर, चिदंबरम के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर भरतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों ने हंगामा किया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही बाधित हुई। वे उनके इस्तीफे की मांग कर रहे थे। 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में चिदम्बरम की कथित संलिप्तता को लेकर पहले से ही उनका बहिष्कार कर रही भाजपा अब उन पर अपने एक पूर्व मुवक्किल की मदद के लिए अपने पद के कथित दुरुपयोग के लिए उनका इस्तीफा मांग रही है।
चिदम्बरम ने राज्यसभा में जैसे ही गृह मंत्रालय से पूछे गए सवाल का जवाब देना शुरू किया, विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए उनके इस्तीफे की मांग करने लगे। विपक्षी सांसदों ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी निशाना बनाया। नारेबाजी करते हुए भाजपा सदस्य पीठासीन अधिकारी के आसन के समक्ष पहुंच गए, जिसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 21, 2011, 17:46