Last Updated: Wednesday, August 7, 2013, 12:52
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली : पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा पांच भारतीय सैनिकों की हत्या के मुद्दे पर रक्षा मंत्रालय एवं रक्षा मंत्री के विरोधाभासी बयानों को पाक सेना को क्लीनचिट देना बताते हुए भाजपा ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से स्पष्टीकरण देने की मांग की। साथ ही कहा कि रक्षा मंत्री इसके लिए देश से माफी मांगे।
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा, ‘कल हमने पांच भारतीय सैनिकों की शहादत पर रक्षा मंत्री से बयान देने की मांग की थी। रक्षा मंत्री का बयान आया। इस बीच, दोपहर में रक्षा मंत्रालय का बयान भी आया। दोनों बयान अलग-अलग थे। हालांकि रक्षा मंत्री के बयान के बाद रक्षा मंत्रालय के बयान का स्वरूप ही बदल गया।’
उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्रालय ने पहले ही कहा था कि भारी हथियारों से लैस 20 आतंकवादी जिसमें पाकिस्तानी सैनिक भी शामिल थे, उन्होंने भारतीय चौकी को निशाना बनाया। जबकि रक्षा मंत्री ने बयान दिया कि भारी हथियारों से लैस 20 आतंकवादी जो पाकिस्तानी सेना की वर्दी पहने हुए थे, उन्होंने भारतीय चौकी को निशाना बनाया। सुषमा ने कहा कि रक्षा मंत्री एंटनी के बयान के बाद रक्षा मंत्रालय के बयान का स्वरूप ही बदल गया और उसमें से पाकिस्तानी सैनिक से जुड़े अंश को हटा दिया गया।
विपक्ष की नेता ने कहा, ‘यह अत्यंत ही गंभीर मामला है जिसमें रक्षा मंत्री ने पाकिस्तानी सेना को क्लीनचिट देने का प्रयास किया है। रक्षा मंत्री तथ्य स्वीकार करें और देश से माफी मांगे।’ विपक्ष की नेता कहा कि सदन में अभी रक्षा मंत्री नहीं है लेकिन संयोग से प्रधानमंत्री मौजूद हैं। प्रधानमंत्री बताएं कि इस घटना के लिए पाकिस्तानी सेना दोषी है।
सुषमा ने कहा, ‘हमें आपका (मीरा कुमार) संरक्षण चाहिए। आप प्रधानमंत्री को निर्देश दें की वह प्रतिक्रिया व्यक्त करें। प्रधानमंत्री जी आप जवाब दें, प्रधानमंत्री जी आप उठें और जवाब दें।’ बहरहाल, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं करने पर भाजपा सदस्य आक्रोशित हो गए और शोरशराबा बढ़ता देख अध्यक्ष मीरा कुमार ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
इससे पहले एके एंटनी के बयान को लेकर भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने संसद में विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है। यशवंत सिन्हा ने पाकिस्तान के हमले पर रक्षामंत्री एके एंटनी के बयान को हास्यास्पद करार दिया। यशवंत सिन्हा ने तल्ख स्वर में कटाक्ष करते हुए पूछा कि क्या एंटनी पाकिस्तान के रक्षामंत्री हैं? दूसरी और केंद्रीय मंत्री कमलनाथ ने कहा कि इसमें विशेषाधिकार का कोई मामला नहीं बनता है। उस समय तक जो जानकारी मिली थी, एंटनी ने उसी आधार पर बयान दिया।
First Published: Wednesday, August 7, 2013, 12:01