Last Updated: Thursday, March 14, 2013, 14:46

नई दिल्ली : गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे आज लोकसभा में श्रीनगर में हुए आतंकवादी हमले के संबंध में बयान देते हुए फिर से एक गलती कर बैठे और बयान के एक हिस्से को दो बार पढ़ गए। इसमें आश्चर्यजनक बात यह रही कि उन्हें अपनी इस गलती का अहसास भी नहीं हुआ और कुछ अन्य सदस्यों ने इस गलती की ओर उनका ध्यान दिलाया।
जब शिंदे अपने बयान के कुछ हिस्सों को दोबारा पढ़ने लगे तो पी चिदंबरम सहित संप्रग सरकार के कुछ मंत्रियों और विपक्षी सदस्यों के चेहरों पर असमंजस के भाव नजर आए। कुछ भाजपा सदस्यों ने अपने स्थानों से खड़े होकर अध्यक्ष मीरा कुमार का ध्यान आकषिर्त करते हुए कहा कि बयान को दोबारा पढ़ा जा रहा है।
विपक्षी सदस्यों के विरोध से बेखबर शिंदे अपने बयान को दोबारा पढ़ते रहे। इसी बीच लोकसभा के एक अधिकारी उठकर उनके पास गए और उनसे कहा कि वह इसे दोबारा न न पढ़ें।
अब कहा जा रहा है कि शिंदे ने अपने बयान के पहले हिस्से को दोबारा इसलिए पढ़ा क्योंकि सदन में फुसफुसाहट होने के कारण सदस्य उनके बयान को सुन नहीं सके थे।
कुछ सप्ताह पहले शिंदे ने राज्यसभा में भयंकर चूक की थी। वह महाराष्ट्र के भंडारा जिले में तीन बच्चियों के साथ हुए बलात्कार और हत्या के मामले में बयान देते हुए पीड़ित बच्चियों के नामों का खुलासा कर गए थे। इससे पूर्व सांसदों ने शिंदे द्वारा बयान देते समय आतंकवादियों के नामों के आगे सम्मान सूचक शब्द ‘‘श्री’’ शब्द लगाने पर भी आक्रोश जताया था। (एजेंसी)
First Published: Thursday, March 14, 2013, 14:46