Last Updated: Monday, January 28, 2013, 15:44

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि यदि युवाओं की उर्जा को ‘सकारात्मक दिशा’ में प्रवाहित किया जाए तो भारत ‘पेचीदा चुनौतियों’ का सामना कर सकता है। मनमोहन सिंह ने यहां कहा कि मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि यदि हम अपने युवाओं की असीम उर्जा को सकारात्मक दिशा में लगाने में सक्षम हों तो हम हमारे देश के समक्ष पेश आ रही बेहद पेचीदा चुनौतियों तक को सफलतापूर्वक सुलझा सकते हैं।
एनसीसी गणतंत्र दिवस शिविर में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए मनमोहन ने युवाओं का आह्वान किया कि वे ‘अवसरों का दृढ़निश्चय और प्रतिज्ञा के साथ दोहन करें तथा हमारे राष्ट्र के निर्माण की दिशा में सकारात्मक योगदान दें।’
उन्होंने कहा कि भारत एक युवा राष्ट्र है। हमारे युवा हमारी बड़ी ताकत हैं। आज, पहले से कहीं अधिक, युवाओं के भीतर अपने अधिकारों को लेकर काफी जागरूकता है। इसी के बराबर, हमारे समाज की बेहतरी के लिए योगदान करने की इच्छा भी उतनी ही बलवती है। प्रधानमंत्री ने राष्ट्र निर्माण, सामाजिक समरसता तथा देश के युवाओं में देशभक्ति की भावना पैदा करने, अनुशासन तथा निस्वार्थ सेवा का भाव विकसित करने की दिशा में एनसीसी के ‘अथाह योगदान’ को भी स्वीकार किया। (एजेंसी)
First Published: Monday, January 28, 2013, 15:44