सपा का यू-टर्न, प्रणब का करेगी समर्थन

सपा ने लिया यू-टर्न, प्रणब का करेगी समर्थन

सपा ने लिया यू-टर्न, प्रणब का करेगी समर्थनज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी

नई दिल्ली : वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी को यूपीए ने शुक्रवार को राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार घोषित कर दिया। समाजवादी पार्टी ने यू-टर्न लेते हुए प्रणब मुखर्जी को समर्थन देने की घोषणा कर दी।

सपा के वरिष्ठ नेता एवं सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के भाई राम गोपाल यादव ने मुखर्जी के नाम के समर्थन का ऐलान करते हुए कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि प्रणब दा को अंतत: उम्मीदवार बनाया गया। पार्टी उनका समर्थन करती है और उनकी जीत की कामना करती है। वहीं, लखनऊ में सपा अध्याक्ष मुलायम सिंह यादव ने कहा कि उनकी पार्टी प्रणब मुखर्जी की उम्मी दवारी का समर्थन करती है।

समाजवादी पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव ने राष्ट्रपति पद पर कांग्रेस की अगुवाई वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की तरफ से घोषित प्रणब मुखर्जी की उम्मीदवारी को समर्थन देने के बारे में पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव के बयान पर मुहर लगाते हुए शुक्रवार को यहां कहा कि प्रणब, अनुभवी, योग्य, ईमानदार और विद्वान व्यक्ति हैं।

सपा मुखिया मुलायम ने प्रणब की उम्मीदवारी पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि राष्ट्रपति पद पर प्रणब मुखर्जी की उम्मीदवारी के समर्थन देने के संबंध में मेरी राय वही है, जो पार्टी महासचिव रामगोपाल की है। प्रणब अनुभवी, योग्य, ईमानदार और विद्वान व्यक्ति हैं। तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी के साथ दो दिन पहले राष्ट्रपति पद के लिए पूर्व राष्ट्रपति डाक्टर अब्दुल कलाम, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तथा पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी के नाम प्रस्तावित करने के बारे में सवाल होने पर यादव ने कहा कि हमने तीन नामों का सुझाव दिया था, जिसे स्वीकार नहीं किया गया।

संप्रग द्वारा सपा तथा ममता बनर्जी द्वारा प्रस्तावित नामों को अस्वीकार किये जाने से गठबंधन पर असर के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘हमने और ममता जी ने तीन नाम सुझाये थे। उन्हें नहीं माना गया है और प्रणब मुखर्जी का नाम आमतौर पर स्वीकार किया गया है। यह पूछे जाने पर कि यदि तृणमूल कांग्रेस संप्रग से बाहर चली जाती है तो क्या सपा संप्रग सरकार में शामिल हो सकती है, यादव ने इसे बेकार का सवाल बताते हुए सवाल किया कि हमें किसने न्यौता दिया है।

मुलायम ने प्रणब को समर्थन देने की वजह के बारे में पूछे जाने पर कहा कि अभी तक हम कांग्रेस को समर्थन देते आये हैं और इस बार भी दे दिया। ऐसी बातें करना राजनीति में बेकार होता है। सियासत में घटनाक्रम तो होते रहते हैं और उनके हिसाब से निर्णय लिये जाते हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या प्रणव की उम्मीदवारी को समर्थन देने के बारे में उनकी ममता से कोई बात हुई है, उन्होंने कहाकि जब मैं प्रणब मुखर्जी को समर्थन दे चुका हूं तो इस सवाल का कोई मतलब नहीं है।

बसपा प्रमुख मायावती द्वारा भी प्रणव की उम्मीदवारी को समर्थन देने के सवाल पर यादव ने तल्ख लहजे में कहा कि आप मुलायम सिंह की बात कीजिए। दूसरों की बात इस माहौल में बिल्कुल ना करें, जहां हम बोल रहे हों।

उधर, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती, भाकपा नेता एबी बर्धन और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौडा से बात की।

First Published: Friday, June 15, 2012, 20:36

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