सफेदपोश और आर्थिक अपराध गंभीर चुनौती: SC

सफेदपोश और आर्थिक अपराध गंभीर चुनौती: SC

सफेदपोश और आर्थिक अपराध गंभीर चुनौती: SC नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को कहा कि भारत में ‘सफेदपोश अपराधों’ में तेजी से वृद्धि हो रही है और ऐसे आर्थिक अपराध एक ‘गंभीर खतरा’ पेश कर रहे हैं।

न्यायमूर्ति पी सदाशिवम और न्यायमूर्ति एम वाई इकबाल की खंडपीठ ने भ्रष्टाचार के मामले में जगनमोहन रेड्डी के कथित सहयोगी निम्मागड्डा प्रसाद की जमानत याचिका खारिज करते हुये यह टिप्पणी की। प्रसाद को पिछले साल 15 मई को गिरफ्तार किया गया था और इसके बाद से ही वह न्यायिक हिरासत में है।

न्यायाधीशों ने प्रसाद की जमानत याचिका खारिज करते हुये कहा कि इस तरह के आर्थिक अपराधों का देश के विकास पर गंभीर असर पड़ता है। न्यायाधीशों ने कहा, ‘दुर्भाग्य से पिछले कुछ सालों में देश में सफेदपोश अपराधों में तेजी से वृद्धि हुयी है जो देश के आर्थिक ढांचे को प्रभावित कर रहा है। निश्चित रूप से आर्थिक अपराधों का देश के समेकित विकास पर गंभीर दुष्प्रभाव पड़ता है।’

न्यायालय ने कहा, ‘आर्थिक अपराध अपने आप में एक अलग किस्म के होते हैं और इससे संबंधित जमानत के मामलों में एक अलग दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है। आर्थिक अपराध गहरी साजिश से होते हैं और इसमें बड़ी मात्रा में सार्वजनिक धन निहित होता है। ऐसे मामलों पर गंभीरता से गौर करने की आवश्यकता है क्योंकि ये देश की वित्तीय स्थिति के लिये गंभीर खतरा हैं।’ (एजेंसी)

First Published: Thursday, May 9, 2013, 20:42

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