Last Updated: Monday, February 13, 2012, 10:51
इंदौर : वर्ष 2007 के समझौता एक्सप्रेस बम कांड की जांच की सुई एक बार फिर पश्चिमी मध्यप्रदेश पर आकर ठहर गयी है। इस मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा इंदौर जिले के एक व्यक्ति की हालिया गिरफ्तारी को बम कांड की बिखरी कड़ियां जोड़ने में जुटे जांचकर्ताओं की अहम कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि समझौता एक्सप्रेस में बम धमाकों के मामले में कथित भूमिका के चलते एनआईए ने जिस कमल चौहान को गिरफ्तार किया है, वह यहां से करीब 35 किलोमीटर दूर देपालपुर क्षेत्र के मूरखेड़ा गांव का रहने वाला है। हालांकि यह पहली बार नहीं है, जब समझौता एक्सप्रेस बम धमाकों के तार मध्यप्रदेश के पश्चिमी हिस्से से जुड़े हों। सूत्रों के मुताबिक इस मामले में एनआईए का दल जनवरी 2011 में देपालपुर क्षेत्र के गिरोड़ा गांव की खाक भी छान चुका है।
उन्होंने बताया कि एनआईए की इस पड़ताल के दौरान गांव से ताल्लुक रखने वाले रामप्रसाद कलौता के हत्याकांड के दस्तावेज कुछ सूत्रों के आधार पर फिर उलटे गए थे। सूत्रों के मुताबिक जांचकर्ताओं को शक था कि कलौता ने अलग-अलग बम धमाकों के आरोपी पूर्व संघ प्रचारक सुनील जोशी की मदद की थी। लिहाजा वे पता लगाने की कोशिश कर रहे थे कि कलौता हत्याकांड का कोई संबंध जोशी की हत्या के मामले से तो नहीं है।
(एजेंसी)
First Published: Monday, February 13, 2012, 16:21