Last Updated: Wednesday, August 8, 2012, 23:51
नई दिल्ली : राकांपा प्रमुख शरद पवार द्वारा संप्रग में समन्वय तंत्र का मुद्दा उठाए जाने के एक पखवाड़े बाद सत्तारूढ़ गठबंधन के शीर्ष नेताओं ने बड़े मुद्दों पर विस्तार से चर्चा करने की कवायद मंगलवार रात शुरू की।
सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली गठबंधन की समन्वय समिति की पहली बैठक में तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने हिस्सा नहीं लिया। गौरतलब है कि संप्रग में तृणमूल दूसरा सबसे बड़ा घटक दल है। करीब दो घंटे तक चली बैठक के बाद वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख बाद में उपयुक्त तारीख का संकेत देंगी जब वह समिति की भविष्य में होने वाली बैठक में हिस्सा ले सकती हैं।
समन्वय समिति का फार्मेट इस तरह का है कि इसमें संप्रग में गैर कांग्रेस घटकों के प्रमुखों का सिर्फ प्रतिनिधित्व है और समिति की हर महीने के आखिरी शुक्रवार को बैठक होगी और जरूरत पड़ने पर बैठक अक्सर हो सकती है। कोलकाता से प्राप्त रिपोर्ट में कहा गया है कि ममता बनर्जी आज की बैठक में हिस्सा नहीं ले सकीं क्योंकि जंगलमहल में उनकी पहले से बैठक निर्धारित थी और उनकी अनुपस्थिति को बहिष्कार के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। राज्यसभा में तृणमूल के मुख्य सचेतक डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि उम्मीद है कि वह अगली बैठक में हिस्सा लेंगी। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, August 8, 2012, 23:51