समाजवादी पार्टी ने साधे एक तीर से दो निशाने

समाजवादी पार्टी ने साधे एक तीर से दो निशाने

समाजवादी पार्टी ने साधे एक तीर से दो निशानेलखनऊ : केंद्र की राजनीति में सूत्रधार बनने के लिए आतुर समाजवादी पार्टी (सपा) ने लोकसभा चुनाव की घोषणा से काफी पहले 55 उम्मीदवारों की सूची जारी कर एक तीर से दो निशाने साधने की कोशिश की है।

पार्टी ने योजना के तहत ने जल्द उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया जिससे कि अगर आम चुनाव निर्धारित समय पर हों तो उम्मीदवारों को तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिल जाए। वहीं मध्याविध चुनाव होने की स्थिति में भी पार्टी और नेता चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार रहे।

समाजवादी पार्टी के संसदीय बोर्ड के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि देश में अगले चुनाव 2014 में निर्धारित हैं, लेकिन वर्तमान राजनीतिक हालातों में मध्याविध चुनाव की सम्भावनाएं भी व्यक्त की जा रही हैं। अगर उम्मीदवार पहले से घोषित रहेंगे तो फिर चाहे मध्याविध चुनाव हों या फिर निर्धारित समय पर दोनों ही स्थितियों में पार्टी को लाभ होगा।

समाजवादी पार्टी ने गत शुक्रवार को सर्वाधिक 80 लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश में अपने 55 उम्मीदवारों की पहली सूची की घोषणा कर दी। इस दौरान पार्टी की तरफ से भी कहा गया कि जल्द बाकी बचे उम्मीदवारों की ऐलान भी कर दिया जाएगा। क्या समाजवादी पार्टी ने मध्याविध चुनाव की संभावना को देखते हुए इतने पहले अपने प्रत्याशियों का ऐलान किया.? इस सवाल पर पार्टी महासचिव राम गोपाल यादव ने सीधे तौर पर कुछ न कहते हुए कहा कि, "आदमी को हर परिस्थति के लिए तैयार रहना चाहिए।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम स्वयं विगत दो तीन माह में कई मौकों पर मध्याविध चुनाव की संभावना जताते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को तैयार रहने का आह्वान कर चुके हैं। लोकसभा के 22 सांसद होने के बावजूद केंद्र की सत्ता से दूर समाजवादी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करना चाहती है। इसीलिए वह इस बार चुनाव की तैयारियों में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है।

यादव ने कहा कि चुनाव के एकदम नजदीक प्रत्याशियों का ऐलान करने से चुनाव खर्चीला हो जाता है। पहले से उम्मीदवार घोषित होने से उम्मीदवार कम संसाधनों में अपने क्षेत्र के अधिकतम मतदाताओं तक पहुंचने में सफल होता है। राजनीतिक विश्लेषक रमेश दीक्षित कहते हैं कि मुलायम की रणनीति है कि लोकसभा चुनाव चाहे समय पर हों या बीच में दोनों ही स्थिति में वह फाएदे में रहे। इसी के तहत राज्य की आधे से ज्यादा सीटों पर उन्होंने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है।

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के बाद दूसरा सबसे बड़ा राजनीतिक दल- बहुजन समाज पार्टी(बसपा) भी लखनऊ और रायबरेली सहित करीब दस सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर चुका है। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, November 20, 2012, 09:16

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