Last Updated: Thursday, June 20, 2013, 15:30

नई दिल्ली : उत्तराखंड में आयी विनाशकारी बाढ के लिए तेजी से हुए शहरीकरण को जिम्मेदार ठहराने संबंधी खबरों के बीच सरकार ने कहा कि इस समय उसकी प्राथमिकता भयंकर बारिश और बाढ के कारण तबाह हुए राज्य में राहत और बचाव कार्य करना है, बाकी बातों का पोस्टमार्टम बाद में किया जा सकता है ।
सूचना प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने संवाददाताओं से कहा कि अभी ये सब सोचने विचारने का समय नहीं है । पोस्टमार्टम बाद में किया जा सकता है । उनसे सवाल किया गया था कि क्या अनियंत्रित विकास या मौसम की गलत सूचना के कारण उत्तराखंड में भयंकर बारिश के कारण अधिक तबाही हुई ।
तिवारी ने कहा कि केन्द्र ने राहत और बचाव कार्य को शीर्ष प्राथमिकता दी है । राज्य सरकार के साथ मिलकर यह कार्य किया जा रहा है । उन्होंने राजनीतिक दलों से भी कहा कि वे अपने कैडरों को एकत्र कर राज्य में राहत अभियान में मदद करें ।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के हालात की निगरानी हर दिन की जा रही है और केन्द्र सरकार जरूरत पडने पर राहत और बचाव के प्रयास और बढाएगी । तिवारी ने कहा कि संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने उत्तराखंड के बाढ प्रभावित इलाकों का कल हवाई सर्वेक्षण किया है ।
यह पूछने पर कि क्या भारतीय मौसम विभाग ने भविष्यवाणी करने में चूक की, तिवारी ने कहा कि मैं नहीं सोचता कि आज इस तरह की बहस में पडना चाहिए । ये पोस्टमार्टम बाद में किया जा सकता है । राहत और बचाव कार्य संपन्न होने के बाद हम इस तरह का विश्लेषण कर सकते हैं । (एजेंसी)
First Published: Thursday, June 20, 2013, 15:30