Last Updated: Monday, April 29, 2013, 13:24

नई दिल्ली : पिछले एक हफ्ते से संसद में कामकाज बाधित होने को लेकर सरकार और भाजपा के बीच सोमवार को आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी रहा। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस बयान पर कि लगातार संसदीय कार्यवाही बाधित होने के कारण दुनिया भारत की हंसी उड़ा रही है, पलटवार करते हुए भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने कहा कि सदन में सुगम तरीके से कामकाज चलाने के लिए सरकार भी उतनी ही जिम्मेदार है।
उन्होंने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा कि हम विपक्ष की वजह से हास्य का पात्र नहीं बने हैं बल्कि सरकार की वजह से बने हैं। सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री को गतिरोध को समाप्त करने के लिए निजी तौर पर सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि प्रधानमंत्री ने गतिरोध समाप्त करने के लिए राजनीतिक दलों के साथ आखिरी बार बैठक कब की थी?
उधर, संसदीय कार्य राज्यमंत्री राजीव शुक्ला ने कहा कि सिन्हा ने 2009 में जिन्हें लौह पुरुष (लालकृष्ण आडवाणी) के तौर पर पेश किया था, उन्हें हराकर प्रधानमंत्री बने मनमोहन सिंह को जिम्मेदार ठहराने से काम नहीं चलेगा। शुक्ला ने कहा कि सिन्हा की सोच को जनता की आवाज नहीं माना जा सकता। (एजेंसी)
First Published: Monday, April 29, 2013, 13:24