Last Updated: Tuesday, November 22, 2011, 05:39
ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि सरकार उन सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है जिन्हें विपक्ष उठाना चाहता है। राजग के लिए संसद में गृहमंत्री पी. चिदंबरम के बहिष्कार का कोई मामला नहीं बनता। उन्होंने उम्मीद व्यक्त की कि विपक्षी दल इस तरह के किसी भी कदम से दूरी रखेंगे ।
मनमोहन ने शीतकालीन सत्र के पहले दिन संसद के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘जहां तक बहिष्कार की बात है मुझे उम्मीद है कि राजनीतिक दल इस तरह के किसी भी कदम से बचेंगे। इस तरह के बहिष्कार के लिए असल में कोई मामला नहीं है जिसके बारे में अखबारों में बात की गई है।’ टकराव बढ़ाते हुए राजग ने कल चिदंबरम को 2जी घोटाले के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उनका बहिष्कार करने और उन्हें संसद में नहीं बोलने देने का फैसला किया था।
मनमोहन ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर अर्थव्यवस्था का सही ढंग से प्रबंधन नहीं किया जाता तो भारतीय अर्थव्यवस्था में भी गिरावट आ सकती है। उन्होंने राजनीतिक दलों से विकास एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए एकजुट होकर काम करने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि महीने भर चलने वाले सत्र में महत्वपूर्ण विधेयकों को पेश किए जाने की उम्मीद है और कई को कानून में बदलने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा, ‘मैं एक बार फिर सभी राजनीतिक दलों से विकास एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए एकजुट होकर काम करने की अपील करता हूं। जैसा कि हम सब जानते हैं कि वैश्विक अर्थव्यवस्था गंभीर कठिनाइयों का सामना कर रही है और यदि हम अपने मामलों का अच्छी तरह प्रबंधन नहीं करते तो हम भी नीचे जा सकते हैं।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मुझे पूरी उम्मीद है कि सभी राजनीतिक दल इस बात को समझेंगे कि इस सत्र में पेश करने के लिए हमारे पास कई बेहद महत्वपूर्ण विधेयक हैं और यदि हम देश का सतत विकास चाहते हैं तो इनमें से बहुत से विधेयकों को संसद द्वारा पारित किया जाना जरूरी है ।’ मनमोहन ने कहा कि उन्हें आशा है कि जब देश सतत आर्थिक वृद्धि के द्वार पर है तो सभी राजनीतिक दल इसे अंजाम देने में अपना प्रभावी योगदान देंगे ।
First Published: Tuesday, November 22, 2011, 15:04