Last Updated: Wednesday, September 18, 2013, 22:12

नई दिल्ली : कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर भ्रामक बयान देने का आरोप लगाया और उन्हें सर्वाधिक सांप्रदायिक करार दिया।
जब दिग्विजय से पूछा गया कि क्या भाजपा मोदी को धर्मनिरपेक्ष चेहरे के तौर पर पेश करने की कोशिश कर रही है, इस पर उन्होंने कहा, ‘अगर वह सबसे धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति हैं तो सबसे सांप्रदायिक शख्स कौन है?’ मोदी पर कथित तौर पर भ्रामक बयान देने का आरोप लगाते हुए दिग्विजय ने कहा कि वह रेवाड़ी की रैली में जिस साल में सैनिक स्कूल में जाने के बारे में बात कर रहे थे, उस समय वहां कोई सैनिक स्कूल ही नहीं था।
कांग्रेस महासचिव ने एक समारोह से इतर बातचीत में आरोप लगाया, ‘उन्होंने (मोदी ने) राजग को बांट दिया और अब पार्टी को विभाजित करने का प्रयास कर रहे हैं।’ दिग्विजय ने चौरासी कोसी परिक्रमा की मांग का जिक्र करते हुए सपा और विहिप में सांठगांठ का आरोप लगाया। कांग्रेस नेता ने कहा कि मुजफ्फरनगर में दिखाई दिया कि सांप्रदायिक तनाव बढ़ रहा है। दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्य सरकार ने इन दंगों को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाये।
उन्होंने कहा, ‘न्यायिक आयोग अपना काम करेगा लेकिन लोगों द्वारा सांप्रदायिक दंगों को भड़काये जाने के साफ सबूत हैं तो कम से कम लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए। उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा?’
दंगों पर एक समाचार चैनल द्वारा किये गये स्टिंग आपरेशन के संबंध में दिग्विजय ने कहा कि अगर इसे कानून के तहत सबूत के तौर पर लिया जा सकता है तो सभी जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। राज्य सरकार द्वारा अभी तक दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर पाने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि इस बात से मुझे हैरानी होती है कि जिस सरकार को सभी धर्मनिरपेक्ष तत्व समर्थन दे रहे हों वह इस तरीके से काम कर रही है। केंद्र की भूमिका के संबंध में उन्होंने कहा कि केंद्र ने इस दिशा में मजबूत रख अपनाया है।
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। राज्य की मांग के एक घंटे के भीतर सेना और अर्धसैनिक बलों को भेज दिया गया। भारतीय संविधान के अंतर्गत स्वीकार्य सभी कदम उठाये गये हैं।’’ क्या केंद्र कार्रवाई के लिए उत्तर प्रदेश सरकार पर दबाव बना रहा है, इस पर दिग्विजय ने कहा, ‘प्रधानमंत्री द्वारा सख्त बयान देकर मुख्यमंत्री से कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहना ही पर्याप्त है।’ (एजेंसी)
First Published: Wednesday, September 18, 2013, 22:12