Last Updated: Sunday, October 16, 2011, 15:14
लखनऊ : कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने रविवार को आरोप लगाया कि हिसार उपचुनाव में कांग्रेस का खुलकर विरोध करने वाले गांधीवादी कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने इसलिए मौन व्रत धारण किया है ताकि उन्हें कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और अपनी टीम के सदस्य प्रशांत भूषण से जुड़े प्रकरण पर कुछ नहीं बोलना पड़े।
सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा कि ऐसा लगता है कि हजारे ने इसलिए मौन व्रत धारण कर लिया है ताकि वह येदियुरप्पा या प्रशांत भूषण के बारे में पूछे जाने वाले सवालों का जवाब देने से बच सकें। उन्होंने अन्ना पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा, मैं आश्चर्यचकित हूं कि अन्ना यह क्यों नहीं स्वीकार करते कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का समर्थन प्राप्त है और उसके कार्यकर्ताओं ने अन्ना के भ्रष्टाचार रोधी अभियान के दौरान तमाम इंतजाम किए थे।
सिंह ने कहा कि संघ के एक पदाधिकारी ने अपने कार्यकर्ताओं को अन्ना के अभियान का समर्थन करने लिए लिखित निर्देश जारी किए थे। ऐसे ही निर्देश बाबा रामदेव के आंदोलन के लिए भी जारी किए गए थे। उन्होंने कहा कि एक तरफ अन्ना अपने अनशन के दौरान एक भी संघ कार्यकर्ता के मौजूद नहीं होने का दावा करते हैं। वहीं, संघ के पुराने कार्यकर्ता गोविंदाचार्य कह रहे हैं कि अनशन स्थल पर मौजूद बीस प्रतिशत कार्यकर्ता संघ के थे। ये दोनों ही बयान एक साथ सच नहीं हो सकते।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, October 16, 2011, 20:44